बिलासपुर। तोरवा क्षेत्र में व्यवसायी को बैंक में बंधक फ्लैट बेचकर 19 लाख स्र्पये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बैंक से वसूली का नोटिस मिलने पर व्यवसायी को इसकी जानकारी हुई। व्यवसायी ने इसकी शिकायत तोरवा थाने में की है। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
चकरभाठा में रहने वाले नरेश कुमार आडवानी व्यवसायी हैं। उनका चकरभाठा में इलेक्ट्रानिक की दुकान है। सामाजिक रूप से उनका परिचय तोरवा के हेमूनगर में रहने वाले दिलीप कुमार जीवनानी से था। बातचीत के दौरान दिलीप ने जेपी रेसीडेंसी स्थित अपने फ्लैट को बेचने की बात कही। फ्लैट देखने के बाद व्यवसायी ने 19 लाख स्र्पये में सौदा तय कर लिया। उन्होंने पूरी रकम देकर चार सितंबर 2018 को फ्लैट की रजिस्ट्री भी करा ली। रजिस्ट्री के बाद दिलीप ने उन्हें फ्लैट का कब्जा भी दे दिया। इसके बाद से फ्लैट में व्यवसायी का ही कब्जा है। 10 जून को निजी बैंक के कर्मचारियों ने उनके फ्लैट में वसूली का नोटिस चिपका दिया। बैंक में पूछताछ करने पर पता चला कि दिलीप ने फ्लैट को निजी बैंक के पास बंधक रखा है। इसकी जानकारी दिए बगैर उसने स्र्पये लेकर फ्लैट को बेच दिया।
व्यवसायी ने इस संबंध में दिलीप से पूछताछ की तो वह टालमटोल कर रहा है। इधर बैंक की ओर से फ्लैट में कब्जा की नोटिस दी जा रही है। इससे परेशान होकर व्यवसायी ने तोरवा थाने में इसकी शिकायत की है। मामले की जांच के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।