क्या ना करें-
एसआई श्री निलंबर मिश्रा ने क्या ना करें के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि अपने पासवर्ड में कभी भी अपना मोबाइल नंबर, जन्मतिथि, बच्चों का नाम, अपना नाम, पालतू जानवर का नाम या ऐसा कोई भी नाम जो बहुत आसानी से जाना जा सकता है बिल्कुल ना रखें। बैंक अकाउंट में अकाउंट नंबर को पासवर्ड ना बनाएं।
सोशल मीडिया में अनजान लोगों से दोस्ती, बातचीत, मैसेज ना करें। किसी अनजान ग्रुप में ना जोड़ें गलती से जुड़ने पर तत्काल रिमूव हो जाए। अपराधी ठग प्राय बैंक अधिकारी, कर्मचारी बनकर एटीएम कार्ड का 16 अंकों का नंबर व काट के पीछे का 3 अंक सीवीवी नंबर, पिन नंबर पूछते हैं यह कभी ना बताएं। असली बैंक अधिकारी यह जानकारी फोन पर कभी नहीं पूछता।
ओटीपी 4 से 8 अंकों का खास नंबर होता है जो बैंक आपकी पहचान वह पैसों के लेनदेन को सुनिश्चित करने के लिए आपको भेजता है उसे फोन पर किसी को ना बताएं। गूगल सर से मिलने वाले किसी भी संस्था की कस्टमर केयर वाले नंबर पर भरोसा ना करें। ध्यान रखें नकली कस्टमर केयर वाला धोखेबाज आपको एक लिंक भेजता है से सावधान रहें।
अनावश्यक ऐप स्मार्टफोन में इंस्टॉल ना करें। अचानक खुलने वाले विज्ञापनों पर क्लिक ना करें। सोशल मीडिया साइट पर अनजान व्यक्तियों विशेषकर महिलाओं से वीडियो कॉल स्वीकार ना करें। अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते हैं उनके जाल में ना फंसे।
कलेक्टर डॉ. सिंह ने सभी उपस्थित अधिकारियों को साइबर क्राइम से बचने हमेशा सावधान रहने कहां है तथा खुद को जागरूक रख दूसरों को भी जागरूक करने अधिकारियों को निर्देशित किया जिससे ठगी जैसे प्रकरणों से बचा जा सके।
इस दौरान जिला पंचायत सीईओ राहुल देव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, प्रशिक्षु आईपीएस संदीप कुमार पटेल, संयुक्त कलेक्टर शिव बनर्जी, एसडीएम रवि सिंह, प्रकाश सिंह राजपूत, दीपिका नेताम, डिप्टी कलेक्टर वहीर्दुरहमान, उत्तम रजक, सहित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।