रायपुर। किरायेदार ही निकला अवंती विहार स्थित बुजुर्ग दंपत्ती पर जानलेवा हमला एवं हत्या की घटना को अंजाम देने वाला। पुलिस के मुताबिक प्रियकांत माटोल्या ने थाना खम्हारडीह में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह गीतांजली नगर खम्हारडीह में रहता है तथा चोला मण्डल फायनेंस कम्पनी मे कलेक्शन सपोर्ट का कार्य करता है। उक्त फायनेंस कम्पनी का रवि बनर्जी मुख्य अधिकारी है। दिनांक 30.10.2024 को रात 22.37 बजे प्रार्थी के साथ काम करने वाले प्रखर शर्मा ने फोन करके बताया कि मुख्य अधिकारी रवि बनर्जी का उसको फोन आया है और उसने बोला है कि अवंति विहार सेक्टर- 02 में उनके पिता रतनेश्वर बनर्जी तथा माता माया बनर्जी रहते है जो दोनो को बार-बार फोन करने पर भी फोन नही उठा रहे है तब प्रार्थी को प्रखर शर्मा ने रवि बैनर्जी के माता-पिता के घर अवंति विहार जाने बोला जिस पर प्रार्थी उक्त मकान में जाकर देखा तो पाया कि घर का मेन दरवाजा बंद था, दरवाजा खोलकर अंदर जाकर खिड़की से देखा तो बैठक रूम में रवि बनर्जी के पिता जमीन में पेट के बल खून से लथपथ था तथा दूसरे कमरे में रवि बनर्जी की माता माया बनर्जी डायनिंग टेबल के पास पड़ी थी तथा दरवाजा बाहर से लगा हुआ था आवाज देने पर भी उन दोनो के द्वारा कोई जवाब न देने पर डायल 112 व 108 एम्बुलेंस को फोन प्रार्थी द्वारा किया गया। जिनके आने पर प्रार्थी अंदर जाकर देखा तो रतनेश्वर बनर्जी एवं माया बनर्जी को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सिर पर गम्भीर चोट पहुंचाया गया था जिससे रत्नेश्वर बैनर्जी की मृत्यु हो गई थी एवं माया बैनर्जी आहत थी जिन्हें ईलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना खम्हारडीह में अपराध क्रमांक 458/24 धारा 103, 109 बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
बुजुर्ग दंपत्ति पर जानलेवा हमला एवं हत्या की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ. संतोष कुमार सिंह द्वारा गम्भीरता से लेते हुए गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना खम्हारडीह पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ-साथ उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन किया गया। टीम के सदस्यों के द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी सहित आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ किया गया। घटना स्थल का निरीक्षण एवं पूछताछ में पाया गया कि आरोपी द्वारा मृतक रत्नेश्वर बैनर्जी के द्वारा पहने हुए सोने के अंगूठी एवं चेन को निकाल लिया गया था एवं मकान में किराये से निवासरत् मुकेश कुमार, जो घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था। जिस पर टीम के सदस्यों का मुकेश कुमार के ऊपर शक गहरा गया एवं टीम के सदस्यों द्वारा उसकी पतासाजी की जाने लगी। मुकेश कुमार घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था जिस पर टीम के सदस्यों मुखबीर लगाने एवं तकनीकी माध्यमों से उसकी पतासाजी की जा रही थी, इसी दौरान टीम के सदस्यों को उसकी उपस्थिति दुर्ग में होने की प्राप्त हुई। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन एक विशेष टीम को मुकेश कुमार के पीछे दुर्ग रवाना किया गया, मुकेश कुमार अत्यंत शातिर था जो लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। जिस टीम के सदस्यों द्वारा उसका पीछा दुर्ग, नागपुर, हैदराबाद, मुम्बई, दिल्ली होते हुए चंडीगढ़ में करते हुए उसे चंडीगढ़ से लोकेट कर पकड़ा गया।
पूछताछ में मुकेश कुमार द्वारा उक्त जानलेवा हमा एवं हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकांर किया गया। पूछताछ मेें प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी मृतक रत्नेश्वर बैनर्जी एवं आहत माया बैनर्जी के अवंति विहार स्थित मकान में किराये से निवासरत् था एवं आरोपी द्वारा बहुत दिनों से मकान मालिको को मकान का किराया भी नही दिया था तथा आरोपी का आस-पास के लोगो एवं परिचितों से लगभग 20 से 25 लाख का उधार था जिसके कारण आरोपी परेशान रहता था एवं दिनांक घटना को मकान मालिक मृतक रत्नेश्वर बैनर्जी एवं माया बैनर्जी द्वारा मकान के किराये को लेकर आरोपी से वाद-विवाद हुआ था उसी दौरान आरोपी तैश में आकर रूम में रखे मैटल के नटराज मूर्ती से दोनो मकान मालिकों के शरीर पर लगातार वार कर मृतक रत्नेश्वर बैनर्जी की हत्या एवं माया बैनर्जी को घायल कर दिया था, इसके पश्चात् जब दोनो बेहोश पड़े थे तब पैसो की आवश्कयता को जानकर मृतक के शरीर से सोने की अंगूठी एवं चैन को लेकर फरार हो गया था। जिस पर आरोपी मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से सोने की अंगूठी, चैन एवं घटना से संबंधित 01 नग मोबाईल फोन एवं घटना में प्रयुक्त नटराज की मूर्ती एवं अन्य आला जरब जप्त कर आरोपी के वियद्ध कार्यवाही किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी- मुकेश कुमार पिता गणेश लाल उम्र 41 साल निवासी म.नं. 303 सी ब्लॉक सागर न्यू लेक व्यू आयोध्या बाईपास थाना अयोध्या नगर भोपाल मध्यप्रदेश।