लोक कल्याणकारी योजना व छत्तीसगढ़ के पुरोधाओं से रूबरू हुए विद्यार्थी

Update: 2023-08-21 17:01 GMT
रायपुर। ‘छत्तीसगढ़ सरकार, भरोसे की सरकार’ थीम पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी में राज्य सरकार के बीते पौने पांच साल में छत्तीसगढ़ के विकास की ऊंचाइयों और देश की आजादी में अपना अमूल्य योगदान देने वाले छत्तीसगढ़ के पुरखों के परिचय और उनके कठिन संघर्ष, त्याग और बलिदान को फोटो के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। शास्त्री चौक स्थित टाउन हॉल में जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित इस सात दिवसीय छायाचित्र प्रदर्शनी में आमजन सहित हजारों की संख्या में स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी छत्तीसगढ़ की सरकार की लोक-कल्याणकारी योजनाओं और छत्तीसगढ़ के पुरोधाओं से रूबरू हुए। आजादी की 76वीं वर्षगांठ के अवसर पर 15 से 21 अगस्त तक आयोजित इस प्रदर्शनी का सोमवार को समापन हुआ। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने विगत 15 अगस्त को छायाचित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ किया था।
प्रदर्शनी में आने वाले दर्शकों को राज्य की समस्त लोक कल्याणकारी योजनाओं को डॉक्यूमेंट्री फिल्मों के माध्यम से एलईडी स्क्रीन में दिखाया गया। इस प्रदर्शनी को हजारों की संख्या में आम नागरिक, महाविद्यालय के विद्यार्थियों और स्कूली बच्चों ने अवलोकन कर सराहना की। प्रदर्शनी में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों सहित आमजनों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से इतिहास, संस्कृति, अंग्रेजी, कृषि समेत छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध स्थलों और छत्तीसगढ़ से जुड़ी सामान्य ज्ञान और अन्य महत्वपूर्ण विषय संबंधित प्रश्न पूछे गए और सही जवाब देने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।
गौरतलब है कि इस प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख केंद्र, छत्तीसगढ़ के वीर सपूतों और राज्य सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना सुराजी गांव योजना, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना, छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन, महिला सशक्तिकरण, बेरोजगारी भत्ता योजना, राजीव युवा मितान क्लब सहित विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रदर्शनी में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पुरैना की छात्रा बिंदिया साहू, तान्या साहू, दीपिका सोनकेवरे, भावना यादव, ललित यादव, किरण साहू, काजल साहू और लक्ष्मी साहू ने अपने शिक्षक राजेन्द्र कुमार साहू के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन किया और मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। उन्होंने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वेशभूषा में राज ‘गीत अरपा पैरी के धार...’ की शानदार प्रस्तुति दी और उनकी पंथी नृत्य के साथ-साथ सुआ नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से उपस्थित लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
इसी तरह नर्सिंग महाविद्यालय में अध्ययनरत पिंकी वर्मा, प्रियंका सिन्हा, खुशी और रितु वर्मा ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर इसकी सराहना की। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के विकास और छत्तीसगढ़ के वीर क्रांतिकारी सपूतों से प्रदर्शनी के माध्यम से रूबरू होना एक बेहतर अनुभव रहा। इस प्रकार के आयोजन से नई युवा पीढ़ी को अपने पुरखों के संघर्ष के बारे में विस्तार से जानकारी मिलती है, जो सभी के लिए उपयोगी और ज्ञानवर्धक है। इस अवसर पर आगंतुकों ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर सराहा और विजिटर्स बुक में अपने-अपने अनुभव को साझा किया। इस अवसर पर छायाचित्र प्रदर्शनी में आने वालों लोगों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं सहित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित उपयोगी और ज्ञानवर्धक प्रचार-प्रसार सामग्री का निःशुल्क वितरण भी किया गया।
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