रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एक स्कूल के प्रिंसिपल ने 12वीं की छात्रा को इतना डराया कि उसने खुदकुशी कर ली। परीक्षा देने के बाद छात्रा घर लौटी तो प्रिंसिपल ने उससे कहा कि गलत उत्तर लिखा है। फेल हो जाएगी। पुलिस ने मामले की जांच की तो मामला खुल गया। पुलिस ने बुधवार को आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया तो बोला कि छात्रा पर नीयत ठीक नहीं थी। उसे डराना चाहता था। मामला सरिया थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, पुजेरीपाली निवासी मनीराम चौहान खेती किसानी करता है। उसकी 18 साल की बेटी सुमित्रा चौहान 12वीं की छात्रा थी। 18 जून को मनीराम खेत में काम करने के लिए गया था। उसकी पत्नी घर के बाहर बस्ती की ओर घूमने निकली थी। मनीराम शाम करीब 6.30 बजे घर लौटा तो देखा कि किचन में उसकी बेटी का जला हुआ शव पड़ा है। वहीं पास में केरोसिन का जरीकन पड़ा हुआ था। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची।
छात्रा से कहा-राजनीति विज्ञान में संस्कृत का जवाब लिखा
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की। पूछताछ में पता चला कि नियम विरुद्ध शासकीय स्कूल का प्रिसिंपल शशि कुमार स्वर्णकार अपने स्टाफ पवित्र मोहन पाणिग्राही और दीपक प्रधान के साथ 18 जून को छात्रा के घर पहुंचा। पेपर देकर लौटी छात्रा को डराया कि वह संस्कृति विषय की जगह राजनीति विज्ञान और राजनीति विज्ञान की जगह संस्कृत के उत्तर लिख आई है। इसके चलते छात्रा काफी डर गई थी।
पहले भी दो बार कर चुका था छेड़खानी
आरोप है कि प्रिंसिपल ने छात्रा को फेल हो जाने का डर दिखाकर आत्महत्या के लिए उकसाया। इसी के चलते छात्रा ने जान दे दी। पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह छात्रा पर गलत नीयत रखता था। उसने पहले भी छात्रा से दो बार छेड़खानी की थी। आरोप है कि वह छात्रा से संबंध बनाना चाहता था। इसके चलते उसने छात्रा को परीक्षा में फेल हो जाने का डर दिखाया।