पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कबूल किया है कि यह कोई सामान्य मंदिर नहीं है बल्कि द्वादश शिवलिंग में से एक है। सलमान खुर्शीद की किताब में बाबा विश्वनाथ के मंदिर के बारे में बहुत सी प्रामाणिक बातें कही गई हैं। अब भाजपा पर ध्रुवीकरण का आरोप लगाने वाले भूपेश बघेल और उनके राजनीतिक संप्रभु राहुल गांधी यह बताएं कि क्या बाबा विश्वनाथ का मंदिर 1947 के बाद बन गया?
भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि भाजपा भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। जबकि कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के कारण हिंदू समाज को कई कई हिस्सों में बांटकर देश पर हुकूमत चलाई है। कांग्रेस सनातन धर्म और संस्कृति की दुश्मन है। इसीलिए 1991 में सोनिया गांधी के दबाव में नरसिंह राव की सरकार ने यह कानून बना दिया कि 1947 की स्थिति में जहां जो था, वही रहेगा।
श्री अग्रवाल ने कहा कि एक मिनट भी नहीं लगेगा इस हिंदुत्व विरोधी काले कानून को रद्दी की टोकरी में डालने के लिए। लेकिन भाजपा कभी भी ऐसा कृत्य नहीं करती, जिस पर सर्व अनुमति न हो। जब भाजपा 370 खत्म कर सकती है, तीन तलाक का खात्मा कर सकती है तो वह 1991 के भारतीय पुरा संस्कृति विरोधी कानून का भी खात्मा कर सकती है। लेकिन भाजपा तुष्टिकरण की सौदागर कांग्रेस की तरह भारतीयों में विभाजन नहीं करती बल्कि सबकी भावनाओं का सम्मान करते हुए यह चाहती है कि सभी विवादास्पद मामले कानून के दायरे में समाधान को प्राप्त हों।
भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भूपेश बघेल में अगर हिम्मत है तो सलमान खुर्शीद की किताब में दिए गए ऐतिहासिक विवरणों की सच्चाई को झूठ साबित करके बताएं, अन्यथा हिंदू समाज को कलंकित करने का दुस्साहस न करें। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि भूपेश बघेल दिखावटी हिंदू हैं। उन्हें और उनकी कांग्रेस को हिंदू धर्म से कोई लेना देना नहीं है।
छत्तीसगढ़ में हमारे हिंदू धर्म के आराध्य राम को गाली देते हैं और उन लोगो के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है। मुख्यमंत्री कभी माता कौशल्या तो कभी भगवान श्री राम के नाम पर राजनीति करते हैं। यह क्या हो रहा है? कांग्रेस ने ही एक वर्ग विशेष के लोगो को खुश करने के लिए बहुसंख्यक हिन्दू समाज का पग-पग में अपमान किया।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सलमान खुर्शीद तो सोनिया गांधी के भूपेश बघेल से भी बड़े चाटुकार हैं। उन्होंने मुसलमान होते हुए भी बाबा विश्वनाथ की महिमा और इतिहास का वर्णन अपनी किताब में किया और एक यह तथाकथित राम भक्त छत्तीसगढ़ सरकार है जो भूपेश बघेल के नेतृत्व सत्य सनातन धर्म के अनुयायियों की जागरूकता पर राजनीति करते हुए भाजपा पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते शर्म नहीं आती। वे कर्म से यकीनन कांग्रेसी ही हैं और कांग्रेस की संस्कृति है हिंदुत्व का विरोध। भूपेश बघेल यही कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की जनता देख रही है कि कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता किस तरह मंदिरों में पूजा करने जाते हैं लेकिन उनके दिमाग में तो चर्च और मस्जिद ही बसी हुई है। भाजपा किसी धर्म के विरुद्ध नहीं है। भाजपा सभी धर्मों का समान रूप से सम्मान करती है लेकिन भारत के संविधान में जब किसी को किसी के भी धर्म पर अतिक्रमण करने की इजाजत नहीं है तो फिर कांग्रेस आजादी के बाद से हिंदुत्व पर अतिक्रमण क्यों करवाती रही है? आज सारा देश कांग्रेस की हकीकत देख रहा है कि किस तरह भारतीय संस्कृति को कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति के तहत दफन कर दिया है।