जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रायपुर। कृषि प्रधान छत्तीसगढ़ राज्य के लिए सौर सुजला योजना वनांचल एवं दूरस्थ अंचल के किसानों को सिंचाई सुविधा और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में बेहद मददगार साबित हो रही है। कृषि भूमि की सिंचाई क्षमता में वृद्धि और अविद्युतीकृत क्षेत्रों में कृषि का सिंचित रकबा बढ़ाने के लिए क्रेडा द्वारा संचालित सौर सुजला योजना के किसानों की भूमि में तीन और पांच हॉर्स-पॉवर क्षमता के सोलर पम्प स्थापित किए जा रहे हैं। इस योजना के माध्यम से लगाए गए सोलर सिंचाई पम्प से अब तक राज्य के एक लाख से अधिक किसानों को एक लाख 20 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा सुलभ हुई है। इससे करीब 6 लाख 55 हजार टन कार्बन उत्सर्जन में कमी हुई है।
सौर सुजला योजना के माध्यम मिली सिंचाई सुविधा का लाभ उठाकर किसान अब दो-फसली खेती करने लगे हैं। सौर सुजला के तहत स्थापित सोलर पम्प किसानों जीवन की दशा और दिशा बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। किसान मुनाफा देने वाली फसलों की खेती करने लगे है। कोण्डागांव जिले के माकड़ी विकासखण्ड के तारगांव के कृषक श्री शेषराम यादव सौर सुजला योजना का लाभ उठाकर अपनी पहचान एक प्रगतिशील कृषक के रूप में कायम की है। उन्होंने वर्ष 2019-20 में उन्हें छत्तीसगढ़ सरकार की सौर सुजला योजना के तहत सोलर पम्प लगाने में मात्र 16 हजार रूपये खर्च करने पड़े, शेष राशि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वहन की गई।
बीते वर्ष उन्होंने मक्का की खेती कर लगभग 50 हजार रूपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। इस साल उन्होंने अपने पांच एकड़ की भूमि में धान के साथ-साथ करेला और मिर्च की फसल भी लगाई है। सिंचाई की व्यवस्था हो जाने से अब वह रबी एवं खरीफ की दोनों फसलें के साथ-साथ मिर्च, बैगन, टमाटर सहित साग-सब्जी की खेती की जा रही है, जिससे उनकी वार्षिक आय 05 से 06 लाख रूपये हो गई है। इसी की बदौलत शेषराम द्वारा इसी वर्ष ट्रेक्टर भी खरीद लिया है।
उनका मानना है कि किसानों की स्थिति बदलाव के लिए सिंचाई सुविधा और फसल विविधीकरण जरूरी है। छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीति और धान के बदले अन्य खरीफ फसलों की खेती के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत राज्य के किसानों को प्रति एकड़ के मान से 10 हजार रूपए की इनपुट सब्सिडी दिए जाने के प्रावधान के लिए उन्हें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि इससे अन्य लाभकारी फसलों की खेती की ओर किसानों का रूझान बढ़ेगा। कृषि के क्षेत्र में श्री शेषराम यादव की सफलता को देखते हुए गांव के ही 8-10 किसानों ने भी सोलर पम्प लगाकर उन्नत और लाभकारी खेती करने लगे हैं।