रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा राज्य में रासायनिक उर्वरकों, बीज एवं कीटनाशक औषधि की गुणवत्ता पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने इलाकों में लगातार दबिश देकर बीज, खाद और कीटनाशक औषधियों के सेम्पल ले रहे हैं, जिसकी जांच गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में की जा रही है। खरीफ सीजन 2022 में अब तक की स्थिति में राज्य में बीज के 57 नमूने तथा रासायनिक उर्वरक के 62 नमूने अमानक पाए गए हैं, जिनके लाट के विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने के साथ ही संबंधित फर्मों को कृषि विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है।
अपर संचालक कृषि (उर्वरक) श्री एस.सी. पदम ने बताया कि खरीफ सीजन 2022 में बीज के 5000, उर्वरक के 3000 तथा पौध संरक्षण औषधि के 500 नमूने लिए जाने का लक्ष्य है। विभागीय अधिकारियों की टीम द्वारा अब तक बीज के 2536 नमूने लिए गए हैं, जिसे परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। परीक्षण में 2407 नमूने मानक स्तर के तथा 57 अमानक स्तर के पाए गए हैं। 127 नमूने अभी परीक्षण की प्रक्रिया में हैं। इसी तरह रासायनिक उर्वरकों की गुणवत्ता की जांच-पड़ताल के लिए कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षकों द्वारा 1472 नमूने विभिन्न संस्थानों से लिए गए हैं। जिसमें से 1135 नमूनों की जांच की जा चुकी है। 315 नमूनों की जांच जारी है। रासायनिक उर्वरकों के विश्लेषित सैम्पल में से 1073 मानक स्तर के तथा 62 अमानक पाए गए हैं। अमानक बीज एवं खाद के लाट के विक्रय को विभाग द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के साथ संबंधित संस्थाओं को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। कृषि विभाग की टीम कीटनाशक औषधियों के गुणवत्ता की भी लगातार जांच कर रही है। जांच पड़ताल टीम ने अब तक कुल 23 सेम्पल विभिन्न फर्मों से लिए हैं, जिसमें से 17 नमूनों का विश्लेषण करने पर सभी सैम्पल मानक स्तर के पाए गए हैं। 4 सैंपल निरस्त हुए हैं तथा 2 सैंपल की जांच जारी है।