Shivrinarayan: अधिकारियों की मिली भगत से महानदी में चल रहा अवैध रेत खनन का खेल
Shivrinarayan शिवरीनारायण: महानदी पर रेत माफियाओं द्वारा किया जा रेत खनन बार-बार कार्यवाही के बौजुद बाज नही आ रहे रेतमाफिया जांजगीर-चांपा जिले के कलेक्टर आकाश छिकारा के निर्देशन में लगातार जिला स्तरीय उड़नदस्ता दल खनिज विभाग द्वारा शिवरीनारायण क्षेत्र में खनिजो के अवैध उत्खनन,परिवहन पर औचक जॉच किया गया जा रहा जिसे देख कर रेत माफिया भाग जा रहे है वही स्थानीय तहसीलदार रेत माफियाओं पर अंकुश लगाने में बेबस नजर आ रहे है। अगर टीम बनाकर और रेत निकलने वाले रास्ते को ही JCB की मदद से खुदाई कर दिया जाए तब कुछ हद तक रेत माफियाओं पर अंकुश लगा सकते है लेकिन इस और तहसीलदार ध्यान नही दे रहे है तभी तो रेत माफिया खुलेआम सैकड़ों ट्रिप रेत महानदी से दिन दहाड़े निकाल कर महानदी की सीना चीर रहे हैं। Shivrinarayan
मानसून आते ही अवैध रेत उत्खनन में काफी तेजी आ गई है। रेत माफिया अधिक मुनाफा कमाने के लिए अभी से रेत का स्टॉक करने में जुट गए हैं। बारिश के दौरान नदी से रेत नहीं निकल पाता। इस दौरान रेत को मनमाफिक दामों में बेचकर माफिया भारी मुनाफा कमाते हैं। शिकायत के बाद भी नहीं की जाती कार्रवाई :अवैध रेत खनन के कारण महानदी पर शिवरीनारायण के तहसील ऑफिस के पदाधिकारी और पुलिस विभाग अधिकारी माफिया के विरूद्ध किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाई नहीं कर रहे है. वही जिला खनिज विभाग के अधिकारियों द्वारा सिर्फ खानापूर्ति के दिखावे के लिये कार्यवाही की जा रही हैं।
हेरानी की बात तों यह है कि क्षेत्रीय अधिकारी इस तरीके से टालम टोली कर रहे है तों शीकायत भी किन जिम्मेदारो से की जाए यह समझ से परे है । जबकि खुलेआम क्षेत्र मे रेत खनन का कार्य जोरो पर है । कही न कही राजस्व विभाग को बडी मात्रा में नुकसान पहुुचा रहे हे यह खनन कारोबारी और जवाबदार आपसी सांठगांठ के चलते अब अवैध परिवहन पर रोक लगाने मे असमर्थ है। इस और तहसील और पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन संबंधित विभाग केShivrinarayan अधिकारी कभी कार्रवाई करने के लिए आते नजर नहीं आते है। स्थानीय अधिकारियों के द्वारा इस ओर गंभीरता से ध्यान दिया ही नही जाता है। इसी बात का फायदा अवैध रूप से उत्खनन करने वालों के द्वारा उठाकर नदियों के स्वरूप को बिगाडऩे का काम किया जा रहा है। ईसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी समय रहते ध्यान नहीं दे रहा है। स्वार्थी लोग अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए उत्खनन कर्ता रेत निकाल कर मोटी रकम कमा रहे हैं। वही आस पास के ग्रामीण क्षेत्र के गावों से भी बड़ी मात्रा में प्रतिदिन रेत निकाल कर सप्लाई करने का काम अवैध रूप किया जा रहा है।