कुरुद। एक तरफ केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार गांव-गांव तक पेयजल मुहैया करवाने संकल्पित है। तो वहीं जिला प्रशासन की ओर से कार्यों की गुणवत्ता को लेकर लगातार निर्देश भी दिए जा रहे हैं। बावजूद इसके जल जीवन मिशन के काम में गुणवत्ता और पारदर्शिता की कमी देखी जा रही है। मनचाहे लोग अपने परंपरागत काम छोड़कर जेजेएम का ठेकेदार बन काम में लगे हुए हैं।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के अनुविभाग कुरुद अंतर्गत हो रहे जल जीवन मिशन के कामों की जमीनी हकीकत जांचने जेजेएम के डायरेक्टर आलोक कटियार ने सांधा चौक कुरुद में अधिकारियों से बातचीत की। मेघा-मगरलोड मार्ग में बेलरदोना और परेवाडीह गांव जाकर खुद काम देखा। बेलरदोना में ग्रामीणों ने बताया कि पाइप कम गहराई में बिछाई गई है। उन्होंने अफसरों से सड़क खुदवाई तो लापरवाही सामने आ गई। इस पर डायरेक्टर ने एसडीओ पीएस गजेंद्र को फटकार लगाई और कार्य के प्रति गंभीर रहने की हिदायत दी।
डायरेक्टर कटियार ने पाया कि बेलरदोना में नल-जल योजना से बने नवनिर्मित पानी टंकी की स्थिति घरों तक पानी पहुंचाने लगाए पाइप की गुणवत्ता में कई खामीयां है। इसे सुधारने पीएचई कुरूद के एसडीओ पीएस गजेंद्र और सब इंजीनियर को निर्देश दिया। इसके बाद मोहल्ले में जाकर 50 घरों में क्रेडा की ओर से बनाए सोलर पावर से पानी सप्लाई टैंक का निरीक्षण किया। उपसरपंच दुलेश्वरी साहू ने पानी सप्लाई की समस्या बताई। उन्होंने कहा कि 15 घरों में पानी नहीं पहुंच रहा, जिसे सुधारने अधिकारियों को चेताया।