गरियाबंद-महासमुंद के घाटों में रेत माफिया बेखौफ, प्रशासन की अनदेखी

रायपुर-बलौदाबाजार में रेत माफियों पर कार्रवाई हुई लेकिन इन जिलों में प्रशासन ने आंखें मूंदी

Update: 2024-03-04 14:05 GMT
महासमुंद/गरियाबंद। प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन (रेत की चोरी) का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। ऐसा ही एक खुला अवैध कारोबार महासमुंद के चिंदरौद रेतघाट में ग्रामीणों और कुछ रेत माफिया सहित रेत चोरों द्वारा देर रात बड़े-बड़े पोकलेन मशीन, ट्रक, जेसीबी, हाइवा, ट्रैक्टर जैसे गाड़ियों का इस्तेमाल करके अवैध रेत उत्खनन (रेत की चोरी) का कारोबार कराया जा रहा है। कलेक्टर ने जहां कई बड़े-बड़े रेत माफियाओं के धंधों पर ताला लगाया है वही दूसरी तरफ महासमुंद के 
चिंगरौद और गरियाबंद के 
हथखोज के रेत घाटों में बेखौफ अवैध रेत उत्खनन हो रहा है। जहां सक्रिय माफियाओं पर अब तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिसका नतीजा ये निकल रहा है कि बीते दिनों करोड़ों की रेत चोरी हो गई। वही दूसरी तरफ पुलिस और प्रशासन रेत माफियाओं पर कार्रवाई करने जाते है तो रेत माफियाओं के गुंडे-बदमाश पुलिस पार्टी पर ही हमला करने पर उतारू हो जाते है। गांव के लोगों द्वारा ही इन रेत माफियों की हिम्मत को भी बढ़ावा मिलता है। 
सूत्रों के मुताबिक 
बलौदाबाजार के बल्दाकछार रेत घाट पर योगेश चनाहु, हनी चंद्राकर, गरियाबंद के हथखोज में मनीष ठाकुर, मधु चंद्राकर और महासमुंद के चिंग्रौद आकाश सोनी, पवन साहू, जग्गू छूरा, पवन साव की मोनोपल्ली चल रही है इनके गुर्गे बेखौफ होकर प्रशसनिक सांठ-गांठ के बीच रेत का अवैध उत्खनन कर रहे है ऐसी जानकारी सामने आ रही है।
रेत घाट का नाम- 
1- महासमुंद- चिंगरौद रेतघाट 
2 गरियाबंद- हथखोज रेतघाट

माफियाओं के नाम-
गरियाबंद- मनीष ठाकुर, मधु चंद्राकर
बलौदाबाजार- योगेश चनाहु, हनी चंद्राकर
महासमुंद- आकाश सोनी, पवन साहू, जग्गू छूरा, पवन साव
रेत के अवैध उत्खनन को लेकर जनता से रिश्ता विगत कई वर्षों से अपने न्यूज़ वेबसाइट और समाचार पत्र के जरिए प्रशासन और राज्य सरकार तक इन मामलों का उजागर करते रहा है। मगर कुछ ऐसे रेत माफियाओं ने महासमुंद और गरियाबंद के रेत घाटों में अपना दबदबा ऐसा बना दिया है कि उनके रहते लगातार इन दोनों जिलों से अवैध रेतों का खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है। महासमुंद के चिंदरौद रेतघाट और गरियाबदं के हथखोज रेत घाट से रोज लाखों टन रेतों का खनन किया जाता है। जिसमें रेत के उत्खनन करने के लिए बड़े-बड़े पोकलेन मशीन, ट्रक, हाइवा, ट्रैक्टर के जरिए नदियों के आस-पास से भारी मात्रा में रेत का उत्खनन करने में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है और इन दोनों जिलों से अवैध रेत को रायपुर, दुर्ग, कुम्हारी के रास्तों से सप्लाई करने का काम किया जा रहा है। रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि बंद रेत घाटों से रेत का खनन किया जा रहा है। महासमुंद चिंदरौद रेतघाट और गरियाबदं के हथखोज रेत घाट में नदियों के आसपास से रेत खनन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है और माफियाओं के द्वारा रेतघाटों से अवैध उत्खनन किया जा रहा है। रेत माफिया बिना रायल्टी के रेत बेचकर शासन को राजस्व का चूना लगा रहे हैं। वहीं खनिज व राजस्व विभाग के अधिकारी जानकारी के बाद भी मौके पर पहुंचकर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

आरंग-अभनपुर क्षेत्र में 6 हाइवा जब्त किया गया है जिसमें 3 हाइवा रेत परिवहन और 2 मुरुम परिवहन, 1 गिट्टी का अवैध परिवहन करते पकड़ा गया है। ऐसे सभी माफियाओं पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। 
के.के गोलघाटे, उप संचालक खनिज विभाग रायपुर
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