ग्रामीण औद्योगिक पार्क बरही में स्थापित, गोवर्धन कैटल फीड यूनिट गढ़ रहा नये आयाम
छग
बालोद। जिले के बालोद विकासखण्ड के महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क बरही में स्थापित गोवर्धन कैटल फीड यूनिट उत्पादन कार्य में निरंतर वृद्धि करते हुए सफलता के नए आयाम गढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि कैटल फीड यूनिट शुरुवाती दौर से ही जिला प्रशासन के सतत माॅनिटरिंग व सहयोग के फलस्वरूप सरकारी संस्थाओं एवं निजी डेरी पालन संस्थानों में अपने उच्च गुणवत्ता वाले पशु आहार का समुचित विक्रय करते हुए अपने लक्ष्य प्राप्ति की ओर अग्रसर है। इसके लिए यहाँ कार्यरत लोगों को उचित प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ समय-समय पर मागदर्शन भी दिया जा रहा है। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव ने बताया कि 08 सितंबर को पशु आहार का उत्पादन करने वाले इस कामधेनु कैटल फीड सहकारी समिति द्वारा उत्पादित किए गए 18 टन पशु आहार की बिक्री कर कुल 04 लाख 50 हजार रुपये बालोद सहित आस-पास के जिलों में बिक्री की गई। इससे स्वसहायता समूह को लगभग 35000 रुपए का लाभ अर्जित हुआ। उन्होंने बताया कि अब तक समूह को कुल 40 टन का पशु आहार को 10 लाख रुपये में बिक्री कर लगभग 75 हजार रूपये राशि लाभ अर्जित हुआ है। इस तरह बरही में स्थापित यह कैटल फीड यूनिट पशुओं को पौष्टिक चारा उपलब्ध कराने के साथ-साथ ग्रामीणों व स्वसहायता समूह के लिए भी आय का महत्वपूर्ण जरिया बन गया है।
इस कामधेनु कैटल फीड में सहकारी समिति के 11 सक्रिय सदस्य अपनी पूरी निष्ठा एवं लगन के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। इस कामधेनु कैटल फीड में कार्यरत् सभी 11 सदस्य छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क को अपने सपनों को साकार करने के प्रति पूरी तरह से आशान्वित है। इन्हें अपने गांव में स्थापित महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क से अपने उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए सुनहरा अवसर नजर आ रहा है। इस कामधेनु कैटल फीड के माध्यम से अपने जीवन में आए बदलाव के संबंध में जानकारी देते हुए समिति के सदस्य दिग्विजय सिन्हा ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की पहल व जिला प्रशासन के सहयोग से हमारे गाँव में स्थापित महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क हमारे लिए बहुपयोगी साबित हो रहा है। इसके माध्यम से विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। इस कामधेनु कैटल फीड में समिति के सभी सदस्य बड़े ही उत्साह एवं रूचि के साथ कार्य कर रहे हैं। दिग्विजय सिन्हा ने बताया कि साथ ही सामग्रियों की मांग की पूर्ति समय-सीमा में पूरा करने हेतु हम डबल शिफ्ट में कार्य करते है। वे सभी शासकीय संस्था के साथ-साथ निजी संस्थाओं व डेयरी संचालकों से निरंतर संपर्क कर मार्केटिंग का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया किइस कार्य में राज्य शासन एवं जिला प्रशासन का निरंतर सहयोग मिल रहा है। महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क बरही के नोडल डॉ. अभिषेक मिश्रा ने बताया कि यहाँ गोट फीड, कैटल फीड का निर्माण पोषक तत्वों का संतुलित मिश्रण कर बनवाया जा रहा है तथा विभिन्न संस्थाओं के मांग अनुसार फार्मूला तैयार किया जाता है। भविष्य में सुकर एवं मुर्गी फीड भी तैयार किया जाएगा जिसकी मार्केटिंग हेतु सभी प्रकार के विकल्प उपलब्ध है। इसी प्रकार बॉय बैक, एक निश्चित फार्मूला के साथ फीड निर्माण कर प्रदाय करना हम सभी विकल्पों पर कार्य कर रहे हंै। समिति के सदस्य पूरी सक्रियता के साथ कार्य मे संलग्न है, इससे हम सभी इकाई स्थापना के बेहतर परिणाम हेतु आश्वस्त हैै। इस तरह से यह कामधेनु कैटल फीड इकाई राज्य शासन के मंशानुरूप पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ-साथ ग्रामीणों एवं स्वसहायता समूह को स्वरोजगार प्रदान करने का महत्वपूर्ण जरिया बन गया है।