कोरबा। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा अवैध नशे से छुटकारा दिलाने हेतु प्रारंभ किए गए *"निजात"* अभियान के अंतर्गत आज घंटाघर ओपन थिएटर में नशे के विरुद्ध निजात रन का आयोजन किया गया जिसमें लगभग हजारों की संख्या में गणमान्य नागरिक गण ,स्कूली बच्चें , बुजुर्ग एवं महिलाएं शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने कहा कि बचपन से ही नशे के दुष्प्रभाव एवं नशा करने वाले व्यक्तियों के परिवारों को बिखरते देखकर मन में इच्छा होती थी कि इस सामाजिक बुराई को दूर करने की दिशा में काम करू। नशा एक जहर है जो व्यक्ति, समाज और देश को बर्बाद कर रहा है। जिला कोरिया और राजनांदगांव में निजात अभियान की सफलता के बाद कोरबा जिले में निजात अभियान शुरू किया गया है जिसका बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं। यह एक सामाजिक बुराई है और इससे परिवार टूटते है , इस बुराई को समाज से जड़ से समाप्त करना आवश्यक है । समाज में प्राचीन काल से ही नशे की कमोबेश स्वीकार्यता रही है , किंतु जब भी समाज ने किसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने का निर्णय लिया , तो सब की सहमति और भागीदारी से उस बुराई को जड़ से उखाड़ फेंका है । अब समय आ गया है जब नशामुक्त परिवार बनाकर स्वस्थ और सुंदर समाज की कल्पना की जाए ।
इस अवसर पर कलेक्टर संजीव झा ने कहा कि पुलिस द्वारा शुरू किया गया अभियान सराहनीय है, जहां भी प्रशासन की ओर से इस अभियान को मदद की आवश्यकता होती है हम मदद कर रहे हैं । भविष्य में भी मदद जारी रहेगा। उन्होंने अपील किया की मानव शहरी बहुत दुर्लभ है, इसको नशे से बर्बाद न करें।
महापौर श्री राज किशोर प्रसाद ने कहा कि स्वस्थ सुंदर और नशा मुक्त समाज बनाने की मेरी परिकल्पना रही है , जिसे पुलिस द्वारा साकार रूप दिया जा रहा है, जिन्हें मैं दिल से समर्थन करता हूं , और इस अभियान को नगर पालिक निगम कोरबा के साथ-साथ पूरे कोरबा जिले का समर्थन मिलता रहेगा । कानून के साथ लोगों की सहभागिता से ही नशे के विरुद्ध लड़ाई लड़ी जा सकती है।
रन फॉर निजात अभियान के शुरुआत में लोक कलाकार मनीष मनचला द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई , नुक्कड़ नाटक तथा गीत के माध्यम से अवैध नशे से दूर रहने की अपील की गई। अतिथियों के संबोधन के पश्चात महापौर राज किशोर प्रसाद सहित अन्य अतिथियों ने निजात दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जो घंटाघर से शुरू होकर सुभाष चौक होकर पुनः घंटाघर ओपन थिएटर में समाप्त हुआ । दौड़ में शामिल गणमान्य नागरिक एवं बच्चे महिला एवं बुजुर्ग नशा मुक्ति के स्लोगन लिखे हुए तख्ती हाथ में लिए हुए थे जिसके माध्यम से अवैध नशे से दूर रहने की अपील की गई।