च्वॉइस सेंटर में आरपीएफ का छापा, ई-टिकटों की हेराफेरी मामले में संचालक अरेस्ट
बिलासपुर। रेल टिकटो की हेराफेरी करने वालों के खिलाफ आरपीएफ की सख्ती जारी है। इसी के तहत तिफरा स्थित सीएससी कामन सेंटर में दबिश देकर दुकान संचालक को गिरफ्तार किया गया है। उसके कब्जे से 44 टिकट बरामद हुआ है। संचालक इन टिकटों को दो पर्सनल आईडी बनाया था। इसके एवज में यात्रियों से कमीशन भी ली। आरोपित के कब्जे से सीपीयू, डेस्कटाप, माउस व एक मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है। आरोपित के खिलाफ धारा 143 रेलवे अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
बिलासपुर आरपीएफ पोस्ट प्रभारी व निरीक्षक भास्कर सोनी को इसकी सूचना मिलती थी। जिस पर उन्होंने सहायक उपनिरीक्षक एएस यादव व अन्य बल सदस्य आरक्षक शिवा सिंह, बी नागले के साथ मौके पर पहुंचे। चूंकि इस तरह प्रकरणों में विवाद की आशंका रहती है। इसलिए छापा मारने से पहले स्थानीय पुलिस थाना सिरगिट्टी को सूचना दी गई। इसके बाद सीएससी कामन सेंटर में टीम पहुंची। उस समय दुकान संचालक मौजूद था। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम रितेश प्रजापति (25) निवासी कालिका नगर वार्ड नंबर 7 तिफरा थाना सिरगिट्टी जिला बिलासपुर बताया।
संचालक को टिकट जांच किए जाने के लिए नोटिस देने पर उसके द्वारा स्वयं के कंप्यूटर से दो पर्सनल सेे बने 44 रेलवे ई टिकट निकाल कर पेश किया गया। जिसकी कीमत 26 हजार 941 रुपये हैं। दोनों पर्सनल आईडी के संबंध में अधिकार पत्र या लाइसेंस की मांग करने पर वह दिखाने में असमर्थ रहा। इस पर आरोपित का बयान दर्ज कर 44 नग रेलवे ई टिकट समेत हेराफेरी में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों को जब्त कर लिया गया। इसके बाद आरोपित को पकड़कर आरपीएफ पोस्ट लाया गया। यहां भी दोबारा पूछताछ की गई। इसके अलावा बयान भी दर्ज किया गया। आरपीएफ अभी लगातार ई -टिकटों की दलाली करने वालों के खिलाफ सख्ती बरत रही है। जिससे की इस पर पूरी तरह अंकुश लगाई जा सके।