बिलासपुर में हुई डकैती का पुलिस को अहम सुराग मिला है। इस सनसनीखेज डकैती कांड से जुड़े चार लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है। जमीन की पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए बदमाशों के साथ मिलकर डकैती की इस वारदात को अंजाम दिया गया है। बचे हुए डकैतों के पकड़े जाने के बाद पुलिस इस मामले का शीघ्र खुलासा कर सकती है।
13 जनवरी को जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव दर्रीघाट निवासी टाकेश्वर पाटले के घर दिनदहाड़े डकैतों ने धावा बोल दिया और कट्टे की नोक पर लूटपाट की थी। डकैतों ने ढाई लाख रुपए नगदी और ढाई लाख रुपए के गहने लूट कर ले गए। दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद से पुलिस अफसरों की नींद उड़ गई थी। SP पारुल माथुर वारदात के बाद से तत्काल थानेदारों की टीम बनाकर खुद मानिटरिंग कर रहीं थीं। आसपास के 20 गांव में पुलिस की टीम लगातार जानकारी जुटाती रही। इसके साथ ही CCTV फुटेज खंगालकर डकैतों के भागने से लेकर आने तक के रूट की जानकारी एकत्र की थी।
जमीन विवाद को लेकर भी पुलिस ने गहन जांच पड़ताल की। पुलिस की साइबर सेल भी तकनीकी साक्ष्य जुटाकर संदेहियों के नंबर की जांच कर लोकेशन लेकर पूछताछ करती रही। बताया जा रहा है कि जांच में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। इसी आधार पर इस वारदात से जुड़े दर्जन भर से अधिक संदेहियों को पकड़कर पूछताछ की गई। इस दौरान पुलिस को डकैती में शामिल बदमाशों की जानकारी भी मिली। बताया जा रहा है कि पुलिस ने डकैती में शामिल चार युवकों को पकड़ लिया है। हालांकि, पुलिस अभी अधिकारिक रूप से इसकी जानकारी नहीं दे रही है।
बताया जा रहा है कि पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि जमीन विवाद के पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया है। जिसने डकैतों को सूचना दी वह प्रत्यक्ष रूप से वारदात में शामिल नहीं था। लेकिन, पुलिस को उसके खिलाफ पुख्ता साक्ष्य मिलने की बात कही जा रही है। इसके साथ ही पुलिस ने 1-2 डकैतों के साथ ही इस घटना में शामिल अन्य युवकों को भी पकड़ लिया है।
SP पारुल माथुर ने कहा कि डकैती की घटना को लेकर पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। जांच में राजनीतिक षडयंत्र जैसा तथ्य सामने नहीं आया है। पुलिस को डकैतों की महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। जमीन के पुरानी रंजिश और बदला एक कारण हो सकता है। कुछ संदेहियों को पकड़ा गया है। लेकिन, डकैत अभी पुलिस पकड़ से दूर है। उन्होंने दावा किया कि शीघ्र ही डकैत पुलिस की गिरफ्त में होंग