सीतापुर। सीतापुर जिले में नगर पंचायत में पानी टैंकर के बदले मिलने वाली किराये की राशि घोटाले की भेंट चढ़ गया। इस संबंध में महिला काँग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष एवं पार्षद ने राजस्व निरीक्षक पर घोटाले का आरोप लगा शिकायत दर्ज कराई थी। पार्षद द्वारा की गई शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नही होने से नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि, नगर में होने वाले शादी विवाह और व्यक्तिगत कार्यो के लिए जल आपूर्ति हेतु नगर पंचायत द्वारा किराए पर पानी का टैंकर उपलब्ध कराती है। इसके लिए बाकायदा नगर पंचायत उपभोक्ता को रशीद देती है और बदले में किराया लेती है। पानी टैंकर के बदले मिलने वाली राशि से नगर पंचायत कार्यालय का रखरखाव करने समेत संविदा कर्मचारियों का वेतन भुगतान करती है। अब वही पानी टैंकर नगर पंचायत की आमदनी का जरिया बनने के बजाए विगत लंबे समय से मोटी कमाई का जरिया बन गया है। शादी विवाह और व्यक्तिगत कामों के लिए किराए पर दिए जाने वाले पानी टैंकर के बदले मिलने वाली राशि नगर पंचायत के मद में जमा होने के बजाए घोटाले की शिकार हो गई है। इस संबंध में महिला काँग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष एवं वार्ड क्र 4 की पार्षद मनीषा पणिकर ने राजस्व निरीक्षक गिरवर दास पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्व निरीक्षक अपने पद का दुरुपयोग कर नगर पंचायत को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।
पार्षद ने राजस्व निरीक्षक द्वारा पानी टैंकर के बदले बिना रसीद के वसूली गई राशि के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेरे कहने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नगर पंचायत ने तीन टैंकर पानी की व्यवस्था कराई थी। इसके बाद भी राजस्व निरीक्षक प्रति टैंकर तीन सौ रुपये के हिसाब से नौ सौ रुपये वसूल लिये। इसके बदले उनसे कई बार रसीद की मांग की गई पर उन्होंने न तो रसीद दिया और न ही टैंकर का किराया दिया।