ग्वालियर। मतदान केंद्र पर जब मतदाता को पता चलता है कि उसका वोट इस मतदान केंद्र पर नहीं अन्य जगह पर है। पता करने पर भी पता नहीं चल पा रहा था कि किस मतदान केंद्र पर है। इसी बीच पत्नी का फोन आता है कि वह सारा काम छोड़कर छोले के लिए टमाटर और धनिया लेकर आ जाए। तो मतदाता की स्थिति को समझा जा सकता है। ये नजारा सरकारी महारानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स स्कूल नंबर एक मुरार में देखने को मिला। जब एक सेवानिवृत्त तहसीलदार को अपना मतदान केंद्र नहीं मिल रहा था और इसी बीच उनकी पत्नी का फोन आया कि वह मतदान छोड़कर छोले भटूरों के लिए टमाटर और धनिया लेकर आ जाएं।
सेवानिवृत तहसीलदार नगर निगम कॉलोनी मुरार निवासी गोपाल सिंह तोमर महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल नंबर एक पर बने मतदान केंद्र में मतदान करने पहुंचे। लेकिन उनका नाम मतदान केंद्र पर मतदाता सूची में नहीं मिला। उपस्थित कर्मचारियों ने कहा कि उनका मतदान केंद्र दूसरी जगह है। इस पर उन्होंने चुनाव अधिकारियों को भी फोन किया लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। जब वह अपने मतदान केंद्र के बारे में पता करने के लिए अधिकारियों से फोन पर बात कर रहे थे, इसी बीच उनकी पत्नी का फोन आया। उन्होंने पूछा कि आप क्या कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मैं वोट देने आया हूं और मतदान केंद्र का पता नहीं चल रहा है।
इस पर उनकी पत्नी ने कहा, ''वोटिंग छोड़ो, मैं घर पर छोले-भटूरे बना रही हूं।'' तो सबसे पहले टमाटर और धनिया लेकर आएं। फिर वोट करें। हालांकि इसके बाद तहसीलदार को मतदान केंद्र के बारे में पता नहीं चला है। वे मतदान केंद्र से निकल गए।