राजीव युवा मितान क्लब: युवा शक्ति को रचनात्मक कार्यों से जोड़ने सबसे बड़ी पहल
छग
रायपुर। देश में युवा शक्ति को रचनात्मक कार्यों से जोड़ने की अब तक की सबसे बड़ी पहल छत्तीसगढ़ राज्य में की गई है। गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के संकल्प को बिना युवा शक्ति के सहयोग के पूरा नहीं किया जा सकता था। प्रदेश के नव निर्माण के लिए युवा शक्ति को जोड़ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 13 हजार 242 राजीव युवा मितान क्लब बनवाये हैं। इन मितान क्लबों से रचनात्मक कार्यों में सहभागिता के लिए प्रदेश के 3 लाख 32 हजार 242 युवक जुड़े हैं। मुख्यमंत्री की इस पहल के बाद छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहाँ इतने बड़े पैमाने पर युवा रचनात्मक कार्यों में लगे हुए हैं। युवाओं की ऊर्जा के माध्यम से प्रदेश के नव निर्माण का विचार मुख्यमंत्री के मन में आया। सोच यह थी कि राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया जाए। मितान का छत्तीसगढ़ी में अर्थ होता है मित्र। जब मित्रगण आपस में जुटें और उत्साह से कोई रचनात्मक कार्य करना शुरू करें तो अपने उत्साह से वे बड़ा कामकर जाते हैं। इनमें न्यूनतम 20 और अधिकतम 40 सदस्य होते हैं। राजीव युवा मितान क्लब योजना की शुरूआत 03 फरवरी 2022 को हुई। युवा शक्ति को रचनात्मक कार्यों से जोड़ने का यह क्रंातिकारी कार्यक्रम है। इसके माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति, पर्यावरण, खेल को आगे बढ़ाने तथा जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में मदद मिल रही है।
इन क्लबों को साल भर में एक लाख रुपए की राशि दी जाती है और हर तिमाही में 25 हजार रुपए। इसके माध्यम से युवा अपने कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं और इसका खर्च वहन कर सकते हैं। बहुत से रचनात्मक कार्य कर सकते हैं। इससे बहुत उत्साह का माहौल बना है। अब तक 132 करोड़ रुपए इन युवा क्लबों को दिये गये हैं। इनके माध्यम से बड़े बदलाव हो रहे हैं। एक छोटी सी बानगी राजनांदगांव की लें, यहाँ एक गाँव है चारभांठा, यहाँ राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों ने सूचना की खिड़की बनाई। सूचना की खिड़की के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता है। इसके सदस्य गोविंद साहू ने बताया कि जैसे गाँव में कोई गंभीर रूप से बीमार पड़ा तो हम बताते हैं कि घबराने की जरूरत नहीं। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से 25 लाख रुपए तक का इलाज भी हो जाता है। हम लोग पेयजल स्रोतों में साफसफाई के लिए लोगों को जागरूक करते हैं। तालाब की सफाई करते हैं। राजनांदगांव के ही अंजोरा गाँव का उदाहरण लें, गाँव के घर-घर तक क्लब के सदस्य पहुँचे और सभी को कोविड का टीका लगवाया। रायगढ़ जिले के ग्राम छींच का उदाहरण लें। यहाँ पर क्लब के सदस्यों ने व्यापक पौधरोपण का अभियान चलाया। क्लब के सदस्य ये देखते थे कि स्कूलों में बच्चों की शतप्रतिशत उपस्थिति है या नहीं, यदि बच्चे नहीं आ रहे तो क्यों, इस प्रकार अच्छी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं। शहरों में युवा क्लब सांस्कृतिक गतिविधि में खूब हिस्सा ले रहे हैं। भिलाई में डिबेटिंग क्लब बने हैं जहाँ सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं होती हैं। यहाँ पर बीते पौने पाँच सालों में काफी खेल परिसर बने हैं। इनमें आये दिन खेल गतिविधियों का आयोजन होता है और अधिकांश खेल गतिविधि राजीव युवा मितान क्लबों द्वारा की जाती है।