रायपुर। राजधानी के सरिया व्यापारी से प्राइवेट कंपनी में इन्वेस्टमेंट पर मोटी रकम देने का झांसा देकर 48 लाख की ठगी कर ली गई। ठगों ने तेलीबांधा के एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में लग्जरी ऑफिस खोला। वहां 3 माह तक लोगों से मिलना-जुलना करते रहे। अचानक दफ्तर में ताला लगाकर भाग निकले। पुलिस ने कंपनी के खिलाफ ठगी का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अफसरों ने बताया कि लक्ष्मीनगर निवासी राकेश सिन्हा का सरिया का कारोबार है। उसकी मुलाकात दुर्ग में सारिका वर्मा से हुई। उसने खुद को टैक्स जीवन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का एचआर हैड बताया।
उसने झांसा दिया कि उनकी कंपनी की पूरे देश में शाखा है। इसमें इन्वेस्टमेंट करने पर मोटी रकम दी जाती है। राकेश को कंपनी के ऑफिस बुलाया गया। कंपनी ने पिछले साल अगस्त में ही तेलीबांधा बेबीलोन टावर में किराया लेकर लग्जरी ऑफिस खोला था। वहां राकेश को बुलाया गया। राकेश ने कन्हैया चड्ढ़ा और जय नारा से मुलाकात की। दोनों ने राकेश को स्कीम बतायी। उसे हर माह डेढ़ लाख मुनाफे का झांसा दिया।
राकेश ने रिश्तेदार और परिचितों से कर्ज लेकर कंपनी में 48 लाख जमा कर दिए। दिसंबर में अचानक में दफ्तर में ताला लगाकर आरोपी भाग निकले। आरोपियों का फोन भी बंद है। पुलिस को शक है कि कंपनी ने कई लोगों से ठगी की है। धीरे-धीरे इसमें पीडितों की संख्या बढ़ेगी। पुलिस ने दफ्तर को सील कर दिया है। आरोपियों के फोन नंबर और खाता के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है।