छत्तीसगढ़। रायपुर कलेक्टर ने कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर नई गाइडलाइन जारी किया है.
- धार्मिक स्थल के प्रवेश द्वार पर सेनिटाईजर डिस्पेन्सर एवं थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था करना - अनिवार्य होगा।
- दही हांडी (मटकी फोड़) के आयोजन की अनुमति नही होगी।
- परिसर में केवल अलक्षण (विना लक्षण) वाले व्यक्तियों को प्रवेश हेतु अनुमति दी जावे।
- फेस कवर/मास्क का उपयोग करने वाले व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति दी जावे।
- कोविड-19 के निवारक उपायों के बारे में पोस्टर/वैनर/स्टैण्डी प्रमुखता से प्रदर्शित किए ।
- कोविड-19 के निवारक उपायों के बारे में जागकरूकता फैलाने के जिए ऑडियो और . वीडियो क्लिप को नियमित रूप से चलाया जाना चाहिए।
- आगंतुकों को परिसर में क्रमश: एक के बाद एक ही प्रवेश दिया जावे। एक साथ परिसर के भीतर भीड़ इकट्ठा न किया जावे।
- स्वयं के वाहन से आने वाले श्रद्धालुओं के जूते, चप्पल उनके वाहन में ही रखकर. . धार्मिक/पूजा स्थल में प्रवेश हेतु निर्देशित किया जाए। अन्य श्रद्धालुओं हेतु अलग-अलग स्लॉट अनुसार जूते/चप्पल रखने की व्यवस्था की जाए।
- परिसर के बाहर एवं पार्किंग स्थल पर सोशल डिस्टेंशिंग/फिजिकल डिस्टॅशिंग को ध्यान में रखते हुये उचित भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए।
- परिसर के बाहर और भीतर स्थित सभी दुकान, स्टॉल, कैफेटेरिया. आदि. में हमेशा सोशल डिस्टॅशिंग के नियमों का पालन किया जाना होगा।
- कतार व्यवस्था एवं सोशल डिस्टेंशिंग का पालन कराने हेतु परिसर मे चूने या अन्य किसी उचित रंग से गोल घेरा/सर्कल/निशान लगाई जावे।
- प्रवेश हेतु कतार में खड़े होने वाले व्यक्तियों के मध्य न्यूनतम 6 फीट की शारीरिक दूरी सुनिश्चित की जावे।
- आगंतुकों को परिसर में प्रवेश करने से पहले अपने हाथों और पैरों को साबुन और पानी से धोना होगा।
- बैठने की व्यवस्था इस तरह से की जाए कि पर्याप्त सोशल डिस्टेंशिंग/फिजिकल डिस्टेंशिंग दूरी बनी रहे।
- मुर्ति/धार्मिक ग्रंथों आदि को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होगी।