RAIPUR BREAKING: कमल विहार में जमीन दिलाने के नाम पर एक करोड़ की ठगी, गिरफ्तार
छग
Raipur. रायपुर। प्रार्थिया सरिता करकाड़े एवं अन्य 32 लोगों द्वारा थाना टिकरापारा में रिपोर्ट दर्ज कराया गया था, कि वर्ष 2022 से जुलाई 2024 तक अभय कुमार यादव निवासी उडीसा एवं उनके साथी चेतना यादव, निहाल यादव एवं अन्य निवासी लालपुर पटेल चौक सभी मिलकर टिकरापारा थाना क्षेत्रांतर्गत स्थित कमल विहार सेक्टर 01 में स्वतंत्र मकान व जमीन दिलाने के नाम पर प्रार्थिया एवं अन्य से नगद एवं ऑनलाईन के माध्यम से लगभग 1 करोड़ रूपये प्राप्त कर ठगी कर ऑफिस एवं अपने मोबाईल फोन को बंद कर फरार हो गये थे। जिस पर आरोपियों के विरूद्ध थाना टिकरापारा में अपराध क्रमांक 594/24 धारा 318(4), 336, 3(5) भा.न्याय.संहिता का अपराध पंजीबद्ध किया गया था।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन व थाना प्रभारी टिकरापारा के नेतृत्व में थाना टिकरापारा पुलिस की टीम द्वारा पूर्व में आरोपियों की पतासाजी करते हुए प्रकरण में आरोपी चेतना यादव पिता देव प्रसाद यादव उम्र 25 साल निवासी ग्राम लालपुर छपोरा थाना विधानसभा जिला रायपुर एवं निहाल यादव पिता देवप्रसाद यादव उम्र 22 साल निवासी ग्राम लालपुर छपोरा थाना विधानसभा जिला रायपुर को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध कार्यवाही किया गया था। गिरफ्तार आरोपियों से अन्य आरोपियों के संबंध में पूछताछ कर उनके छिपने के हर संभावित स्थानों मंे रेड कार्यवाही करने के साथ ही अन्य माध्यमों से आरोपियों की पतासाजी करते हुए प्रकरण में उड़ीसा निवासी मुख्य आरोपी खीरसिन्दुर सागर उर्फ अभय यादव को गिरफ्तार किया जाकर आरोपी के कब्जे से ठगी की नगदी रकम 03 लाख रूपये एवं घटना से संबंधित 01 नग मोबाईल फोन जप्त किया गया है।
आरोपी खीरसिन्दुर सागर उर्फ अभय यादव द्वारा ठगी के पैसों से 1 बुलेट दोपहिया वाहन एवं 1 माल वाहक वाहन टाटा एस क्रय कर उडीसा में रखना बताया गया है, कि आरोपी का पुलिस रिमाण्ड लिया जाकर आरोपी के कब्जे से 01 बुलेट दोपहिया वाहन एवं 1 माल वाहक वाहन टाटा एस को भी जप्त किया जाएगा। प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी फरार है, जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है। गिरफ्तार आरोपी - खीरसिन्दुर सागर उर्फ अभय यादव पिता बिनोद सागर उम्र 42 साल निवासी ग्राम जटगढ़ थाना कोमना जिला नुआपाड़ा उड़ीसा। कार्यवाही में थाना टिकरापारा से थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार साहू, उपनिरीक्षक धीरेन्द्र बंजारे, आर. अरूण ध्रुव, अनिल भोई एवं विक्रम मधुकर की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।