रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह की पहल से अस्पताल में भर्ती महिला को मिला इलाज

Update: 2020-11-07 05:01 GMT

जतिन जैसवाल की रिपोर्ट-

रायगढ़। कोरोना काल के बीच शहर के kgh अस्पताल की अव्यवस्था चरम पर है। डाक्टर हर मरीज को कोरोना पीड़ित मानकर उसके इलाज में अतिरक्त सवाधानी बरतने के लिहाज से दूसरी बिमारियों से ग्रस्त मरीजो का इलाज करने से कतरा रहे है। ताज़ा मामला रात 10 बजे सामने आया जब kgh अस्पताल में बीते तीन दिनों से गर्भवती महिला के परिजनों ने सोशल मीडिया में वीडियो वायरल कर इलाज की मदद मांगी और 10 बजे रात कलेक्टर रायगढ़ भीम सिंह की पहल पर दो डॉक्टर महिला को देखने गए और उसका इलाज प्रारम्भ हुआ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार भूपदेवपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोडतराई निवासी महिला श्रीमती सुमित्रा साहू जो कि विगत 3 दिनों से रायगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती थी । पीड़िता को सोनोग्राफी में बताया गया कि उसके गर्भ में बच्चे की मौत हो गई है। जिसके बाद से उसे परिजनों ने kgh अस्पताल में भर्ती करवाया और डाक्टरों को उसकी हालत बताई। महिला के पति का आरोप है कि सब कुछ जानने के बाद भी बीते तीन दिनों में डॉक्टरों ने कल रात 9 बजे तक न तो पीड़िता की जांच की है न ही परिजनों को मिलने दिया है। परिजनों की माने तो पहले ही kgh अस्पताल में अव्यवस्था चरम पर है,ऊपर से डाक्टरों की संवेदनहीनता से उन्हें काफी तकलीफ उठानी पड़ी है। इधर गर्भ में मृत बच्चे के सांथ अस्पताल में पड़ी महिला की स्थिति बिगड़ने लगी और उसे हाथ पैर में सूजन के पेट मे तेज दर्द शुरू हो गया। तब जाकर पीड़िता का वीडियो परिजनों ने कुछ मीडिया कर्मियों को भेज कर सहायता की मांग की। खबर है कि घटना की जानकारी रायगढ़ जिले के युवा कलेक्टर भीम सिंह तक पहुंची,उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगा कर फौरन पीड़िता का इलाज शुरू करने को कहा। तब जाकर रात 10 बजे महिला को देखने डाक्टर पहुंचे और उसका इलाज शुरू हुआ।



 


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