प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान

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Update: 2024-08-21 18:21 GMT
Mahasamund. महासमुंद। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशन में जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक के मार्गदर्शन में जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति समूहों के लोगों को लाभ दिलाने हेतु प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत प्राथमिकता से कार्य किया जा रहा है। विशेष पिछड़ी जनजाति के बसाहटों को चिन्हांकित कर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। सहायक आयुक्त शिल्पा साय ने बताया कि इन शिविरों में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित एवं पात्र सभी हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। शिविर में शासकीय अधिकारी- कर्मचारियों द्वारा लोगों को विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग हेतु संचालित योजनाओं के बारे में भी विस्तार से
जानकारी दी जा रही है।

इसी कड़ी में आज जिले के महासमुंद विकासखंड के सिरपुर ग्राम में शिविर का आयोजन किया गया जिसमे आश्रित पीवीटीजी बसाहट सिरपुर, खमतराई, मरौद, नंदबरू, सुकुलबाय के हितग्राहियों के लिए बागबाहरा विकासखंड में ग्राम हाड़ाबंध में शिविर आयोजन हुआ जिसमें हाड़ाबंध, मामाभाचा के हितग्राहियों के लिए तथा पिथोरा विकासखंड में ग्राम भीथीडीह में शिविर का आयोजन हुआ। इन शिविरों में विशेष रूप से पिछड़ी जनजातियों के लिए आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता आदि योजनाओं से जोड़ने हेतु पंजीयन किया गया। इन शिविर में आदिवासी विकास विभाग, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, जनपद पंचायत, खाद्य विभाग, महिला बाल विकास, लीड बैंक, बिजली विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायत विभाग के स्टाल लगाए गए थे। इन सभी शिविरो के माध्यम से पीवीटीजी हितग्राहियों के कुल 38 आधार पंजीयन, 30 आयुष्मान कार्ड पंजीयन, 02 जनधन से बैंक खाता, 18 जाति प्रमाण पत्र कार्यवाही, 43 राशन कार्ड, 03 उज्ज्वला गैस पंजीयन, 08 महतारी वंदन पंजीयन, 03 किसान सम्मान निधि
पंजीयन किया गया।

गौरतलब है कि पीएम जनमन योजना का मूल उद्देश्य कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी), परिवारों और बस्तियों तक बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं को पहुंचाकर उनकी सामाजिक, आर्थिक स्थितियों में सुधार करना है। पीएम जनमन योजना अंतर्गत कमजोर जनजाति समूहों के बसाहटों में विभिन्न विभागों के समन्वय से पेयजल, आवास, सड़क, आंगनबाड़ी के माध्यम से पोषण, आजीविका संवर्धन हेतु कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाएगा। शिविरों में विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के वंचित लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण में बीपी, शुगर, आंख, खून की जांच कर आवश्यक परामर्श एवं दवाइयां भी प्रदान की जा रही है। विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को शिविर तक लाने हेतु महिला कर्मचारियों, स्वसहायता समूह द्वारा सहयोग भी किया जा रहा है एवं शिविर की नियमित मॉनिटरिंग हेतु गठित जिला एवं ब्लॉक स्तरीय नोडल अधिकारियों की टीम द्वारा शिविर का निरीक्षण कर संबंधित विभागों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है।
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