धमतरी। अभ्यारण्य संघर्ष समिति रिसगांव की ओर से पानी, बिजली और सडक़ आदि की मांगों को लेकर 4 पंचायतों के 25 गांवों के लोग कलेक्ट्रेट घेराव के लिए निकल गए है। करीब 80 ट्रेक्टरों से निकले ये ग्रामीण रविवार की देर शाम कुकरेल के पास कुम्हाडाईन मंदिर के पास विश्राम किया। आज सुबह पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो बैरिकेड तोडक़र आगे बढ़ गए। शहर में पदयात्रा निकाल कर कलेक्ट्रेट देर-शाम तक पहुंचेंगे।
अभ्यारण्य समिति रिसगांव के बैनरतले लंबे समय से ग्राम पंचायत करही, रिसगांव, खल्लारी और फरसगांव व आश्रित गांवों के लोग लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बार-बार शासन-प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया, इसके बावजूद जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो चार पंचायतों के 18 गांवों के करीब 3 हजार से ज्यादा ग्रामीण आर-पार की लड़ाई के लिए सडक़ में उतर गया है।
रविवार को प्रत्येक गांवों से 5 से 8 ट्रैक्टरों में सवार होकर वनवासी जिला मुख्यालय की ओर कुच किया। समिति के अध्यक्ष भगवान सिंह नाग, लच्छू यादव ने कहा कि आज पूरा भारत देश आजादी का 75वां वर्षगांठ मना रहा है, लेकिन रिसगांव, खल्लारी, फरसगांव और करही और उसके आश्रित गांव के लोगों तक यह आजादी पहुंच नहीं पाई। आज भी इन गांवों में न बिजली पहुंची है और न ही सडक़ की सुविधा है। पानी के लिए भी वनवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। करीब तीन हजार की आबादी नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर हैं।