जांजगीर। लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं से आए दिन लोग अपनी जान गवा रहे हैं विगत दिनों कबीरधाम जिले में पिकअप के खाई में गिरने से 19 बैगा आदिवासियों की मौत हुई है जिससे सबक लेना तो दूर जांजगीर मुख्यालय की सड़को पर इस तरह की घटनाओं को आमंत्रण दिया जा रहा है और इन दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु जिम्मेदार विभाग सोए हुए बैठे हैं सड़क दुर्घटनाएं होने पर यातायात एवं परिवहन विभाग केवल कार्यवाही करने का आश्वासन देकर शांत बैठ जाते हैं जबकि आए दिन पिकअप, छोटा हाथी में ठसाठस सवारी बैठाए नियमों को ठेंगा दिखाते हुए सड़को पर परिवहन करते दिखाई पड़ते रहते है,यातायात एवं परिवहन विभाग द्वारा केवल खानापूर्ति कर ऐसे ही उन्हें छोड़ दिया जाता है।
जिससे वाहन चालकों का मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ता ही चला जा रहा है जबकि माल वाहक छोटे-बड़े वाहनों में सवारी बैठाने का प्रावधान ही नहीं है फिर भी बेखौफ होकर सवारी बैठाकर जिला मुख्यालय में आते-जाते बीच शहर में देखा जा सकता है और परिवहन विभाग द्वारा यातायात विभाग द्वारा इन पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है ऐसे ही बसों में ठसाठस यात्री भर कर ले जाते देखा जा सकता है जिस पर ओवर सीट सवारी पर इन विभागों द्वारा कभी ना जांच की जाती है ना कार्यवाही की जाती है जो भविष्य में गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बनते रहते हैं इस पर ना तो यातायात विभाग का कोई रुझान है ना ही परिवहन विभाग का ये दोनो विभाग केवल कुछ विशेष जगह में उड़न दस्ता के रूप में आपको विशेष कार्यवाही करते जरूर दिखेंगे लेकिन सड़क दुर्घटनाओं को रोकने नियंत्रित करने हेतु ना तो सीट बेल्ट की कार्यवाही न ओवर स्पीड की कार्यवाही और ना ही शराब पीकर गाड़ी का परिवहन करने पर कोई ठोस प्रभावी कार्यवाही की जाती है कुछ खानापूर्ति को छोड़ जो इन विभागों की कार्यवाही पर ही संदेह पैदा करता है
जिम्मेदार विभागों एवं अधिकारियों को इस पर संवेदनशीलता से कार्यवाही हेतु प्रयास करने चाहिए जिससे कि इस तरह से होने वाली घटनाओं को रोका जा सके एवं इन विभागों की सार्थकता सिद्ध हो सके, दुर्घटनाओं की रोकथाम पर विभागों की बांते आश्वासन मात्र ना रहे इस पर प्रभावी कार्यवाही हो ध्यान देने की जरूरत है।