कोरबा। करतला तहसील के पटवारी लोकेश्वर मैत्री ने करोड़ों की जमीन की हेराफेरी की है। जिसके बाद कलेक्टर अजीत वसंत ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। आरोप है कि पटवारी ने ढाई सौ एकड़ से अधिक सरकारी जमीन को फर्जी तरीके से निजी भूमि में परिवर्तित कर दिया। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) की जांच रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। कलेक्टर ने एसडीएम कोरबा को निर्देश दिए हैं कि पटवारी, कंप्यूटर ऑपरेटर बिट्टू चौहान और 10 अन्य भूमि स्वामियों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई जाए।
जांच में पाया गया कि पटवारी ने ग्राम चोरभट्ठी में स्थित खसरा नंबर 223, 265, 312, 503, और 980 की भूमि को 24 अक्टूबर 2024 को 10 लोगों के नाम पर आरडी सीरीज में दर्ज कर सत्यापित किया। इस जमीन के कुछ हिस्से एक्सिस बैंक रायपुर और इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक चांपा में बंधक भी रखे गए हैं। महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि 1954-55 के भूमि अधिकार अभिलेख में यह जमीन छोटे झाड़ के जंगल के रूप में दर्ज है।
खसरा नंबर 223/1, 265/1, और 312/1 में क्रमशः 43.94, 0.24, और 10.03 एकड़ भूमि सरकारी जमीन के रूप में दर्ज है। निलंबित पटवारी का मुख्यालय अब तहसील कार्यालय पसान निर्धारित किया गया है।