बिलासपुर। एसकेबी मल्टीस्पेशलिटी व ट्रामा सेंटर अस्पताल में मानकों के विपरीत ऑपरेशन थिएटर (ओटी) संचालित किए जाने का मामला सामने आया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रमोद तिवारी ने अस्पताल का निरीक्षण कर गंभीर खामियां पाईं और तत्काल प्रभाव से ओटी संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया। कुछ दिन पूर्व अस्पताल में एक महिला का ऑपरेशन किया गया था, लेकिन गलत प्रक्रिया अपनाने के कारण उसकी हालत गंभीर हो गई। परिजनों ने महिला को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है। इस घटना के बाद परिजनों की शिकायत पर सीएमएचओ ने मामले की जांच के लिए टीम गठित की।
8 जनवरी को नर्सिंग होम एक्ट निरीक्षण दल ने एसकेबी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि ओटी में मानकों का पालन नहीं हो रहा था। ऑपरेशन-पूर्व कक्ष और स्टाफ चेंजिंग रूम मानक अनुरूप नहीं थे। स्टरलाइजेशन कक्ष और ऑपरेशन पश्चात रिकवरी रूम भी खस्ताहाल मिले। ओटी का कल्चर रिपोर्ट और फ्यूमिगेशन रिकॉर्ड अधूरा था। साथ ही छत्तीसगढ़ पैरामेडिकल काउंसिल से पंजीकृत पूर्णकालिक ओटी टेक्नीशियन और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी पाई गई। सीएमएचओ डॉ. तिवारी ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया है कि ओटी की सभी खामियों को दूर किया जाए। उन्होंने सिम्स संस्थान से ओटी का कल्चर टेस्ट करवाने और मानकों का पालन सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं। जब तक ये सुधार नहीं किए जाते, ओटी संचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
यह कार्रवाई स्वास्थ्य मानकों को बनाए रखने और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक कड़ा संदेश है। प्रशासन ने साफ किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों पर इसी तरह सख्त कार्रवाई की जाएगी।