जांजगीर चांपा। नीली बत्ती के लिए गाइड लाइन का अधिकारी पालन नहीं कर रहे है। अधिकारी बिना अधिकार नीली बत्ती लगा घूम रहे है। वीआईपी कल्चर को समाप्त करने के लिए भले ही शासन स्तर से वाहनों में नीली बत्ती लगाने के लिए नियमों में बड़ा फेरबदल किया गया हो बड़े अधिकारी सहज रूप से आम जनमानस के लिए भयमुक्त वातावरण उपलब्ध हो सरकार की ऐसी मंशा में जांजगीर चांपा जिले के अधिकांश अधिकारी पलीता कर रहे है और वाहनों पर नीली बत्ती लगाकर घूम रहे हैं इतना ही नहीं हूटर का भी उपयोग किया जा रहा है आलम यह है कि अधिकारियों का नीली बत्तियों हूटर से मोह नहीं छूट पा रहा है।
जबकि गाड़ियों में बत्ती लगाने हेतु कानून व्यवस्था से जुड़े अमले विभाग अधिकारी बहुरंगी लाइट का उपयोग करते हैं पिछले दिनों जनता से रिश्ता के द्वारा खबर प्रसारित भी की गई की थी कि अधिकारी दिखा रहे नीली बत्ती का रौब, विगत वर्षों में सायरन इस्तेमाल करने नीली बत्ती लगी गाड़ियों का उपयोग करने की कार्यवाही नाम मात्र की भी नहीं हुई है वर्तमान में आदर्श आचार संहिता प्रभावी है आचार संहिता में अधिकारियों के ऊपर ही विभिन्न प्रकार की कार्यवाही करने हेतु गाइडलाइन जारी है।
वीआईपी कल्चर को समाप्त करने के लिए भले ही शासन स्तर से वाहनों में नीली बत्ती लगाने के लिए नियमों में बड़ा फेरबदल किया गया हो बड़े अधिकारी सहज रूप से आम जनमानस के लिए भयमुक्त वातावरण उपलब्ध हो सरकार की ऐसी मंशा में जांजगीर चांपा जिले के अधिकांश अधिकारी पलीता कर रहे है और वाहनों पर नीली बत्ती लगाकर घूम रहे हैं इतना ही नहीं हूटर का भी उपयोग किया जा रहा है आलम यह है कि अधिकारियों का नीली बत्तियों हूटर से मोह नहीं छूट पा रहा है जबकि गाड़ियों में बत्ती लगाने हेतु कानून व्यवस्था से जुड़े अमले विभाग अधिकारी बहुरंगी लाइट का उपयोग करते हैं।
पिछले दिनों जनता से रिश्ता के द्वारा खबर प्रसारित भी की गई की थी कि अधिकारी दिखा रहे नीली बत्ती का रौब, विगत वर्षों में सायरन इस्तेमाल करने नीली बत्ती लगी गाड़ियों का उपयोग करने की कार्यवाही नाम मात्र की भी नहीं हुई है वर्तमान में आदर्श आचार संहिता प्रभावी है आचार संहिता में अधिकारियों के ऊपर ही विभिन्न प्रकार की कार्यवाही करने हेतु गाइडलाइन जारी है ऐसी स्थिति में स्वयं नियम विपरीत बत्ती लगा कर घूमने से कार्यवाही करने पर प्रश्न चिन्ह है जबकि ऐसे में नियमों का पालन कर उदाहरण पेश करना चाहिए। जब इस मुद्दे पर जांजगीर चांपा जिले के एडीएम एस पी वैद्य से बात की गई तो उनके द्वारा नीली बत्ती लगी गाड़ियों को दिखवा कर कार्यवाही करने की बात कही गई है। परिवहन विभाग के नियमानुसार नीली बत्ती की गाड़ी का उपयोग हेतु केवल भारतीय प्रशासनिक सेवा भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को एवं एंबुलेंस को नियमानुसार प्राप्त है। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी जांजगीर चाम्पा विकास साहू से पूछने पर बताया कि जो भी अधिकारी नीली बत्ती की गाड़ी का उपयोग कर रहे हैं नियम विरुद्ध है। मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन भी है। बड़े पद में आसीन प्रशासनिक अधिकारी हैं इसलिए कार्यवाही कौन करे।