कृषि विज्ञान केन्द्र अधिकारियों ने बताया कि मेले में कृषि यांत्रिकीकरण से संबंधित विषयों में फसल अवशिष्ट प्रबंधन हेतु स्ट्रॉ बेलर मशीन की कार्यशैली, उपयोगिता एवं संचालन हेतु आवश्यक क्षमता के ट्रेक्टर इत्यादि के बारे में बताया गया। किसानों द्वारा पूछे गए अन्य संबंधित प्रश्नों के समाधान हेतु सुझाव भी दिया गया। मेले में कीट एवं खरपतवार नियंत्रण हेतु ग्रीष्मकालीन मौसम को देखते हुए किसानो को अपने प्रक्षेत्रों में प्लाऊ द्वारा अकरस जुताई (ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई) एवं आगामी खरीफ मौसम में धान फसल हेतु कृषि आदान लागत में कमी एवं उचित फसल प्रबंधन हेतु सीड ड्रील के माध्यम से बुवाई करने जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल और संचालक कृषि विभाग श्री यशवंत कुमार तथा अध्यक्षता निदेशक सेवाएँ डॉ. आर.के. बाजपेयी ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री जी.के.निर्माम, अपर संचालक (कृषि अभियांत्रिकी) श्री जी.के. पिढ़िया, सह-प्राध्यापक (फार्म मशीनरी) डॉ. वी.एन. विक्टर, कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एस.एस. चंद्रवंशी, सहायक कृषि अभियंता श्री सुरेन्द्र कुमार डोंगरे तथा कृषि विभाग, विश्वविद्यालयीन एवं कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी-कर्मचारी सहित जिले के 257 किसान मेले में शामिल हुए।