जांजगीर-चांपा। कलेक्टर के निर्देशन में जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला दिव्यांगता अभिसरण योजना अंतर्गत दिव्यांगजनों के लिए बाधारहित वातावरण का सृजन व उनके आजीविका के लिए अभिसरण विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरूआत में छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित करते हुए राजगीत से की गई।
कार्यशाला के शुभारंभ के अवसर पर कलेक्टर चौधरी ने कहा कि सभी विभागों की सहभागिता से दिव्यांगों के लिए कार्य करना है। विभागों के अभिसरण से उन्हें लाभ पहुंचाना ही हम सबका उद्देश्य है। जिले में कोई भी दिव्यांग शासन की योजनाओं के लाभ लेने से छूटना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यशाला में बेहतर तरीके से सीखकर दिव्यांगजन के हित में कार्य करते हुए लाभ पहुंचाएं। कार्यक्रम में शोधना कंसल्टेंसी पुणे के समीर घोष ने कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान उन्होंने प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। तीन दिवसीय कार्यशाला 31 जुलाई से 02 अगस्त तक जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित की जा रही है।
कार्यशाला में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ ज्योति पटेल व समाज कल्याण विभाग उपसंचालक टीपी भावे सहित पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा विभाग, राजीव गांधी शिक्षा मिशन, स्वास्थ्य विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, महिला व बाल विकास विभाग, बिहान (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) जिला ई गवर्नेस, (चिप्स,) स्वच्छ भारत मिशन के अधिकारी उपस्थित हुए। 01 अगस्त की कार्यशाला में आदिम जाति विकास विभाग, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, जल संसाधन विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी येाजना (मनरेगा) के अधिकारी उपस्थित रहेंगें। कार्यक्रम का संचालन दीपक यादव द्वारा किया गया।