Gariaband. गरियाबंद। नक्सली हमले में शहीद हुए आईटीबीपी के जवान के मामले की जांच करने एनआईए की टीम गरियाबंद जिले के बड़े गोबरा (मैनपुर) पहुंची. टीम ने पूर्व सरपंच समेत 6 लोगों को अपने कब्जे में लिया है. वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि एनआईए की टीम ने प्रधानमंत्री आवास के लिए मिले पैसे को भी जब्त कर लिया. बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान आईटीबीपी के जवान जोगिंदर सिंह की आईईडी की चपेट में आने से शहादत हुई थी. इस मामले को एनआईए को सौंपा गया था. गुरुवार को इस मामले की जांच को लेकर एनआईए की टीम मैनपुर के बड़े गोबरा पहुंची थी।
पूर्व सरपंच सहित कुछ लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में उनके परिजनों और ग्रामीणों ने मैनपुर थाने का घेराव किया। जांच के दौरान टीम ने आरोपियों के पास से जब्त की गई राशि को ग्रामीणों ने अपने-अपने प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए दी गई राशि बताया है। सूत्रों का कहना है कि तलाशी में टीम ने 2 लाख से अधिक की राशि मोबाइल व अन्य संदिग्ध वस्तुओं को भी कब्जे में लिया। इसका ग्रामीणों ने विरोध किया है. इस मामले में गरियाबंद कोतवाली पहुंचकर टीम ने ग्रामीणों से पूछताछ की. इस दौरान परिजन रातभर कोतवाली में डटे रहे. इस मामले को लेकर एनआईए की टीम ने पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया. वहीं स्थानीय पुलिस ने घटना के संबंध में कहा कि मामले की जांच एनआईए की टीम कर रही है, उन्हें कुछ भी मालूम नहीं है।