हवाई हमले करने का आरोप, नक्सली नेता ने जारी किया बयान

Update: 2023-01-12 03:40 GMT

रायपुर। बुधवार को तेलंगाना सीमा पर छत्तीसगढ़ के जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों के जमीनी और हवाई हमले किए गए। इसमें भाकपा माओवादी के शीर्ष नेतृत्व को खत्म करने की योजना बनाई गई थी। पार्टी के दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव ने एक बयान में पुष्टि की है। एक बयान में कहा है कि पार्टी नेतृत्व को नुकसान पहुंचाने के उद्धेश्य से केन्द्रीय गृहमंत्री अमितशाह के निर्देशन पर दक्षिण बस्तर में कर रहे हवाई हमलों की घोर निंदा करते हैं। बस्तर की जनता पर थोपे गए युद्ध के खिलाफ एकजुट होकर आवाज बुलंद किया जाएगा। बुधवार को सुबह 11:00 बजे दक्षिण बस्तर के पामेड़, किस्टारम सरहदी इलाकों के मड़कनगुड़ा मेट्टागुडा, बोट्टेतोंग, साकिलेर, मडपादुलेड, कन्नेमरका, पोट्टेमंगुम, बोत्तलंका, रासापल्ली, और एर्रापाड़ गांव, जंगल पहाड़ों को निशाना बनाकर ड्रोन, हेलिकॉप्टरों द्वारा तेलंगाना, छत्तीसगढ़ के पुलिस समन्वय में हवाई बमबारी की। पिछले साल 15 अप्रैल को भी इसी इलाकों में बमबारी किये गए। सुबह से शुरू हुई हवाई बमबारी रुख, रुखकर अभी भी जारी है. हमारी पार्टी नेतृत्व तथा पीएलजीए को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से पूरे इलाके को महीनों भर से दिन-रात लगातार टोही, हेलिकॉप्टरों द्वारा निगरानी रखते हुए सैकड़ों बम गिराए गए।

हाल ही में केन्द्रीय गृहमंत्री अमितशाह यह घोषणा की कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले माओवादी पार्टी को जड़ से मिटाएंगे। इसी योजना अंतर्गत घेरा डालो- उन्मूलन करो अभियान संचालित करते हुए हमारी पार्टी, पीएलजीए क्रांतिकारी जन कमेटियों एवं जनता का सफाया करने की योजना पर केंद्र की ब्राह्मणीय हिंदुत्व फासीवादी सरकार एवं छत्तीसगढ़ की जन विरोधी व आदिवासी विरोधी कांग्रेस सरकार के दिशानिर्देशन में आला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं।


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