दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में रविवार को पुलिस कस्टडी से एक नक्सली फरार हो गया। पुलिस ने तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया था। इस मामले में 2 जवानों को सस्पेंड कर दिया गया है। प्रदेश में संभवत: यह पहला मामला है जब पुलिस कस्टडी से नक्सली फरार हुआ है। जानकारी के मुताबिक, फरार नक्सली का नाम देवा राम नुप्पो (34) बताया जा रहा है। वह रेवाली का रहने वाला जनमिलिशिया सदस्य है। गिरफ्तारी के बाद दंतेवाड़ा पुलिस उसे उसे कोर्ट में पेश कर जेल दाखिल कराने ले जा रही थी।
इस दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। इस पर पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां से वह चकमा देकर भाग निकला। पुलिस ने कुछ दिन पहले 5 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इनमें देवा राम भी शामिल था। नक्सली के फरार होने के बाद अब पुलिस अस्पताल से लेकर शहर तक के CCTV कैमरे खंगाल रही है। जिले के सभी थानों में इसकी जानकारी दी गई है। दंतेवाड़ा के SP गौरव राय ने बताया कि, आरोपी नक्सली के साथ जिन जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी उनमें एक हेड कॉन्स्टेबल और एक कॉन्स्टेबल था। लापरवाही के चलते इन दोनों को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि, अरनपुर इलाके में मलांगेर एरिया कमेटी के नक्सलियों की मौजूदगी है। इसके आधार पर जवान इलाके की सर्चिंग कर रहे थे। पुलिस ने 5 संदिग्धों को हिरासत में लिया था। इनमें एक महिला भी शामिल थी। बाद में सभी की पहचान नक्सलियों के रूप में हुई थी। जिसके बाद सभी को गिरफ्तार किया गया था। फरार नक्सली देवा, नक्सलियों के मंलागेर एरिया कमेटी के अंतर्गत रेवाली पंचायत और बुरगुम पंचायत में CNM और जनमिलिशिया सदस्य के पद पर काम कर रहा था। पुलिस के मुताबिक यह बड़े नक्सली लीडरों के बैठक की व्यवस्था करना, सड़क काटना, IED प्लांट करना, पुलिस पार्टी की रेकी करना, बैनर-पोस्टर चस्पा करने जैसा काम करता था। पिछले कई सालों से माओवाद संगठन के साथ जुड़कर काम कर रहा था।