Mahasamund. महासमुंद। कुपोषण के मुख्य कारणों में एक बच्चों में पाए जाने वाले कृमि से निजात पाए जाने के उद्देश्य से प्रति वर्ष साल में दो बार कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाता है। जिसमें 1 से 19 वर्ष के बच्चों को एल्बेन्डाजोल की दवा खिलाकर कृमि मुक्त बनाया जाता है। यह कार्यक्रम आज जिले के समस्त आंगनबाड़ी और स्कूलों में मनाया गया। छूटे हुए बच्चों के लिए मॉप अप राउण्ड 04 सितम्बर 2024 को होना है। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशन में तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुलवंत सिंह आजमानी के मार्गदर्शन में पूर्व माध्यमिक शाला खरोरा जिला महासमुन्द में स्कूली बच्चों को कृमिनाशक दवा एलबेन्डाजोल खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम की शुरूआत की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं शासकीय, शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं, केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, मदरसा, निजी स्कूलों, अनुदान प्राप्त निजी स्कूलों, महाविद्यालयों, तकनिकी शिक्षा संस्थान में कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाना है।
जिसमें जिले के 1951 सरकारी स्कूल, 1789 आंगनबाड़ी केन्द्र एवं 239 प्राईवेट स्कूल शामिल है। उन्होंने बताया कि 1 से 2 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को आधी गोली चम्मच के द्वारा पानी में चुरा करके तथा 02 से 19 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को 01 पूरी गोली पानी के साथ दी जाएगी। शाला त्यागी 06 से 19 वर्षीय बालक-बालिकाओं को निकटतम चिन्हॉकित ऑगनबाड़ी केन्द्रों में एलबेन्डाजोल की गोली सेवन करायी जाएगी, जिसके लिए जिले में 4,36,300 एलबेन्डाजोल दवा की व्यवस्था की गई है। एलबेन्डाजोल की गोली बच्चों और बड़ों के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित है। विद्यालय एवं ऑगनबाड़ी केन्द्रों में किसी भी प्रकार का प्रतिकुल घटना होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र एवं 108 पर सम्पर्क कर सेवा ली जा सकती है। जिले में 389527 बच्चों को एन.डी.डी. कार्यक्रम के तहत दवा खिलाये जाने का लक्ष्य रखा गया है। जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य अधिकारी महासमुन्द, जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन महासमुन्द, प्रधान पाठक शासकीय पू.मा.शा. खरोरा व अन्य शिक्षकगण उपस्थित थे।