मां-बेटी की हत्या, पुलिस को परिवार व करीबियों पर संदेह

खम्हारडीह में बीती रात पूर्व मंत्री के बहू-पोती की हुई थी हत्या

Update: 2021-01-31 06:03 GMT

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राज्य के पूर्व वनमंत्री स्व. डीपी धृतलहरे की बहू और पोती की शनिवार शाम तकरीबन सात बजे हत्या हो गई। घटना खम्हारडीह इलाके की है। सतनाम चौक स्थित एक मकान में पूर्व मंत्री की बहू और पोती की लाश मिली। इसकी सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 30 वर्षीया नेहा धृतलहरे व उसकी नौ वर्षीया पुत्री अनन्या धृतलहरे के शव कमरे में दीवान के अंदर मिले।

मृतका का भाई जब घर पहुंचा तो घर का दरवाजा बंद मिला। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। दरवाजा तोड़कर अंदर जाने पर मृतका के दोनों नंदोई छुपे मिले। नेहा व उसकी पुत्री पीहू उर्फ अनन्या के नहीं दिखने पर खोजबीन की गई। दोनों के शव दीवान के अंदर मिले।

खम्हारडीह थाना प्रभारी ममता अली शर्मा ने बताया कि मृतका के पति तरुण ने पूछताछ के दौरान बताया कि घर में पैसों की जरूरत होने के चलते वह गांव गए हुए थे। पत्नी का फोन बंद था। इस कारण वह तत्काल ही गांव से लौटकर घर आ गए। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले ही उसकी पुत्री अनन्या उर्फ पीहू का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया था। पूछताछ के दौरान उन्होंने किसी से दुश्मनी होने का कारण नहीं बताया है। फिलहाल पुलिस संदेह के आधार पर मृतका के दोनों नंदोइयों से पूछताछ कर रही है।

महिला ने मौत के पहले किया संघर्ष

मृतका के शरीर पर चोट के निशान हैं। हाथ-पांव में रगड़ है। एक हिस्से में खून निकला है। पुलिस अफसरों का मानना है कि हत्या के पहले मृतका ने बचने के लिए संघर्ष किया होगा। उसी दौरान उसके शरीर पर चोट के निशान आए होंगे। हालांकि आस-पास रहने वाले किसी भी पड़ोसी ने चीखने चिल्लाने की आवाज नहीं सुनी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार हत्यारे ने जब जूते की लेस से उसका गला घोटा तब उसने बचने के लिए संघर्ष किया होगा।

मायके पक्ष को पति पर ही शक

नेहा के रिश्तेदार वेद राम मनहरे ने बताया कि पति-पत्नी के बीच पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। मुझे लगता है कि तरुण ने ही पूरी प्लानिंग के तहत इस साजिश को अंजाम दिया है। इसमें उसका साथ नंदोई डॉ आनंद ने भी दिया होगा। साल 2010 में अपनी पसंद से ही आपस में दोनों ने शादी की थी। फिलहाल पुलिस भी इस मामले में पूछताछ कर रही है।

लेस से घोटा गला, नहीं मिले फिंगर प्रिंट

देर रात शवों की जांच करने आई फॉरेंसिक टीम के एक्सपर्ट ने बताया कि हत्या जूते के लेस से की गई है। दोनों एक ही जूते की लेस हैं। जिससे बच्ची और महिला का गला घोंटा गया है। महिला के बाएं हाथ पर कुछ निशान मिले हैं। ऐसा लगता है मौत से पहले वो कातिल के साथ जूझ रही थी। घटना को अंजाम देने वालों के कोई फिंगर प्रिंट फिलहाल नहीं मिले हैं। घर पर जूते भी पुलिस ने तलाशे जिनके लेस इस्तेमाल हुए मगर वो अब तक नहीं मिले ।

कोई गवाह न बचे इसलिए बच्ची को भी मारा

इस मामले में जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला को पहले मारा गया है। इसके बाद चूंकि बच्ची उस वक्त घर पर ही थी। उसने सब कुछ देख लिया इसलिए हत्यारों ने उसे भी नहीं छोड़ा और दोनों को मारकर पलंग में ठूंस दिया। एडिशनल एसपी लखन पटले ने बताया कि अब तक घटना के कारण साफ नहीं हो सके हैं। हम संदेहियों से पूछताछ कर रहे हैं।

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