समाज को लौटाने और समाज की ओर लौटने की भावना के साथ लगाया गया चिकित्सा शिविर
छग
Bhilai. भिलाई। बौद्ध धर्मगुरु भंते धम्म तप द्वारा राजनांदगांव की तपोभूमि मोहारा में आयोजित राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन में डॉ आंबेडकर स्वास्थ्य मिशन और इंडियन अंबेडकराइट डॉक्टर्स फेडरेशन छत्तीसगढ़ की ओर से नि:शुल्क चिकित्सा शिविर 7 नवंबर को रखा गया। जिसमें दुर्ग-भिलाई से प्रमुख चिकित्सकों ने अपनी भागीदारी दी और यहां लगभग 1000 से ज्यादा मरीजों का चिकित्सीय परीक्षण कर दवाई वितरित की। चिकित्सकों ने यहां पहुंचे तमाम ग्रामीणों के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वच्छता संबंधी जानकारी भी साझा की।
इस दौरान संपूर्ण भारत तथा म्यांमार, बर्मा, चीन और थाईलैंड से आए बौद्ध धर्म गुरुओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक ब्लड टेस्ट किया गया और दवाइयां वितरित की गई। छत्तीसगढ़ तथा महाराष्ट्र के दूर दराज से आए गांवों के लोगों ने विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा की गई इस सेवाओं की सराहना की और खुशी जाहिर करते हुए कहा कि डॉक्टरों द्वारा समाज के बीच में आकर अपनी सेवाएं देना एक जनहित आंदोलन है जिसमें मेडिकल स्पेशलिस्ट लोगों को ,हम अपने बीच में पाते हैं और उनसे खुलकर हर क्षेत्र में मार्गदर्शन ले सकते हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि केवल पैसा दान कर देना या व्हाट्सएप पर ज्ञान देने से भी ज्यादा धरातल पर जाकर धर्म गुरुओं की और समाज के लोगों की सेवा करना चिकित्सकों की एक बड़ी पहल है। इस शिविर में डॉक्टर दिवाकर रंगारी ,डॉक्टर उदय धाबर्डे ,डॉक्टर अरविंद चौधरी ,डॉक्टर भूषण भोईर और डॉ अभिलाषा मिश्रा के साथ अन्य डॉक्टरों ने सेवाएं दी। ‘समाज को लौटाने और समाज की ओर लौटने’ की भावना के साथ लगाए गए इस चिकित्सा शिविर की संयोजक प्रेरणा धाबर्डे एवं अर्चना रंगारी थी। अनिल जोग ने शिविर की संपूर्ण व्यवस्था संभाली। वहीं एसएमएस मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मेडिसिटी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल और भारत डायग्नोस्टिक सेंटर की पूरी टीम ने भी अपनी सेवाएं दी। आकस्मिक परिस्थितियों के लिए एंबुलेंस व्यवस्था भी की गई थी।