भटगांव। मतदाता जागरूकता अभियान अंतर्गत तहसील कार्यालय भटगांव में तहसीलदार, कोटवार सहित राजस्व अमला के अधिकारी कर्मचारी और अन्य नागरिकों ने सामूहिक रूप से मतदान करने की शपथ ली। इसके साथ ही तहसील कार्यालय परिसर में सामूहिक पौधारोपण भी किया गया।
धमतरी जिले में मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की दस्तक के साथ ही अब घरों तक स्वास्थ्य सुविधायें पहुंचने लगी है। प्रदेश के शहरी स्लम इलाकों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत की गयी है। इस योजना के अंतर्गत शहरी स्लम निवासियों को निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं। जिससे स्लम इलाकों में रहने वाले लोग ना सिर्फ इन मोबाइल मेडिकल यूनिट पर डॉक्टरों से अपना इलाज करा करा रहे है, साथ ही यहां से दवाइयां और 41 तरह के टेस्ट भी मुफ्त किए जा रहे हैं।
धमतरी नगर निगम के हटकेशर वार्ड मुख्यमंत्री स्लम के तहत लगाए गए शिविर में अपना इलाज कराने नंदकुमार ठाकुर बताया कि वे निजी स्कूल में वाहन चालक का काम करते है। कुछ दिनों से उनकी आंखों में जलन एवं खुजली हो रही थी, जिसका ईलाज करवाने वे वार्ड में आयी मोबाईल मेडिकल यूनिट आये। जहां उनकी निःशुल्क जांच कर आंख में डलाने की दवाईयां और गोलिया प्रदान की गयी और दो दिन तक लगातार सेवन करने और आंख में दवाई डालने के बाद श्री नंदराम की आंखें बिल्कुल ठीक हो गयी। वही इसी वार्ड में रहने वाले श्री लखन लाल साहू ने बताया कि दो सप्ताह से उनके हाथ-पैर, पीठ और गर्दन में झुनझुनी एवं कमजोरी की तकलीफ थी। जिसका ईलाज उन्होंने मोबाइल यूनिट शिविर में कराया, उन्हें दवाई के साथ ताकत की टॉनिक भी दिया गया था, जिससे उन्हें बीमारी से राहत मिली हैं। हाथ-पैर में झुनझुनी एवं कमजोरी में फ़र्क़ पड़ा है। धमतरी जिले के ग़रीब बस्तियों के लोग इलाज करा रहे है। मोबाइल यूनिट विभिन्न वार्डों में निर्धारित समय पर पहुँचती है। सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी बीमारियों का निःशुल्क इलाज कराने पहुँचते है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पताल का खर्च वहन कर पाना मुश्किल था। जबकि शिविर में उनका इलाज मुफ़्त में हो गया और उन्हें अस्पताल के चक्कर भी नहीं काटने पड़े और इलाज और स्वास्थ्य की जाँच में कुछ खर्च नहीं करना पड़ा। नंदकुमार ठाकुर और लखन लाल साहू ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को घर तक अस्पताल पहुंचाने के लिए दिल से धन्यवाद दे रहे हैं।
ज़िले में अब तक 2 हजार 256 कैम्प लगा कर 2 लाख 25 हजार 495 मरीजों का इलाज किया है। इन मरीजों में से 56 हजार 892 मरीजों का मुफ्त लैब टेस्ट किया गया है। वही 1 लाख 78 हजार मरीज़ों को दवाओं का वितरण निःशुल्क किया गया है। वर्तमान में आंख की बीमारी के भी मरीज प्रतिदिन देखने को मिल रहे है। एमएमयू में आई फ्लू की बीमारी से पीड़ित लोगों का भी ईलाज कर निःशुल्क दवाईयां दी जा रही है। जिले में अब तक एमएमयू के माध्यम से लगभग 510 लोगों का ईलाज किया जा चुका है। एमएमयू में 41 प्रकार के विभिन्न लैब टेस्ट किये जाते हैं। इनमें खून, मल-मूत्र, थूक, टीबी, थायराइड, मलेरिया, टायफाईड की जांच कुशल लैब टेक्निशियन द्वारा अत्याधुनिक मशीनों से की जाती है।
अब ज़िले में स्लम बस्तियों के मरीजों को मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा और बेहतर तरीक़े से मिल रही है। आधुनिक उपकरण से सुसज्जित मोबाईल मेडिकल यूनिट स्वास्थ्य सेवाएं दे रही। इस मोबाइल मेडिकल यूनिटों में एमबीबीएस डाक्टर ज़िले की स्लम बस्तियों में कैम्प लगाकर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं दे रहे है। एमबीबीएस डॉक्टर के साथ कैम्प में मुफ्त दवा वितरण के लिए फार्मासिस्ट, मुफ्त लैब टेस्ट करने के लिए लैब मरीजों तक मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा पहुंचाई जा रही है।