अक्षय तृतीया : लॉकडाउन का कुम्हारों पर दोहरी मार, लकड़ी और गोबर के दाम ने बढ़ाए पुतरा-पुतरियों के भाव
मिट्टी के गुड्डे-गुड़ियों के दाम इस वर्ष 20 से 30 फीसदी तक बढ़ा दिए गए हैं।
राजधानी रायपुर मे मिट्टी के गुड्डे-गुड़ियों के दाम इस वर्ष 20 से 30 फीसदी तक बढ़ा दिए गए हैं। इसका कारण लकड़ी और गोबर के दाम में हुई बढ़ोत्तरी है। पहले से महंगाई का सामना कर रहे कुम्हारों पर लॉकडाउन की दोहरी मार पड़ी है। बीते वर्ष भी लॉकडाउन के कारण अक्षय तृतीया पर व्यापार बेहद प्रभावित रहा था। इस वर्ष भी इसी तरह की परिस्थितियां निर्मित हो गई हैं। अक्षय तृतीया पर मिट्टी के गुड्डे-गुड़ियाें के विवाह कराने की परंपरा रही है। बड़े पैमाने पर इसकी बिक्री भी हर साल होती है। कोरोना संक्रमण के कारण बीते दो सालों से इसका बाजार ठप पड़ा हुआ है। हालत यह है कि लागत भी नहीं निकल पा रही है। पिछले साल हुए नुकसान को देखते हुए इस बार अधिकतर कुम्हारों ने सीमित संख्या में ही मिट्टी के पुतले तैयार किए थे। इसके बाद भी इनकी पूरी बिक्री नहीं हो सकी। शहर की तुलना में समीपस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी बिक्री अच्छी है। राजधानी से लगे हुए ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष नुकसान कुम्हारों को नहीं उठाना पड़ा है।