बस ऑपरेटर कर रहे सोना तस्करी की खबर 'जनता से रिश्ता' ने सर्वप्रथम प्रकाशित की
मुंबई के तस्करों का गढ़ बना छत्तीसगढ़ रोज हो रहे बस से करोड़ों की सोना तस्करी
पुलिस वाले बसों की चेकिंग के नाम पर निभाते है औपचारिकता
लक्जरी बसों सोना-गांजा तस्करी में संलिप्तता से नहीं किया जा सकता इंकार
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी से बसों के माध्यम से हो रहे सोना तस्करी की खबर सबसे पहले जनता से रिश्ता ने प्रकाशित की थी, जिस पर पुलिस ने संज्ञान लेकर कार्रवाई कर जनता से रिश्ता की खबर पर सच्चाई की मुहर लगा दी है।ड्राइवर और कंडक्टर तस्करों से मिलकर तस्करी को अंजाम दे रहे है। जबकि बस मालिक को इसकी भनक तक नहीं लग रही है या फिर इस मामले में कुछ बोलने से बच रहे है। रायपुर से दुर्ग के लिए आ रही यात्री बस में दुर्ग पुलिस ने 21 किलो सोना जब्त किया है। पूरा सोना गांजे की तरह बंडल में पैक करके एक बैग में भरा हुआ था। सराफ एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश सांखला ने पूरा सोना रायपुर के सराफा व्यापारियों का बताया है।
दुर्ग पुलिस ने बिल देखकर सोना व्यापारियों के हवाले कर दिया है। लेकिन पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर इतनी मात्रा में सोना एक यात्री बस से इतनी लापरवाही पूर्वक कैसे ले जाया जा रहा था।
दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया, 13 मई को दोपहर 3 बजे नवीन ट्रेवल्स के कंडक्टर ने दुर्ग कोतवाली पुलिस को सूचना दी कि, बस में गांजा सप्लाई किया जा रहा है। एक काले रंग के बैग में कई बंडल में पैकेट बनाकर उसे रखा गया है। सूचना मिलते ही पुलिस बस स्टैंड दुर्ग पहुंची। पुलिस ने बस में रखे बैग को चेक किया तो वो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उस बैग में लगभग 15 करोड़ रुपए कीमत का 21 किलो सोना रखा हुआ था।
पुलिस ने तुरंत पूरे सोने को जब्त किया और थाने ले आई। इसके बाद सरफा एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश सांखला थाने पहुंचे। उनके साथ रायपुर के सन एन सन ज्वेलर्स और गोल्छा ब्रदर्स के संचालक भी वहां पहुंचे। उन्होंने पूरे सोने का बिल दिखाया और बताया कि ये सोना मुंबई और जयपुर जा रहा था। इसके बाद पुलिस ने सोना उनके हवाले कर दिया।
मार्केट में खपा रहे थे नकली जेवरात, 5 आरोपी पकड़ाए
नकली सोने चांदी बेचने वाले गिरोह के 5 आरोपियों को बालोद पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। आरोपियों में रामजी सोनी, बाबूलाल सोनी, दाता सोनी ,कंचन सोनी और राजकुमारी सोनी कुल 5 आरोपी शामिल है। सभी अनेई थाना बड़ागांव जिला बनारस उत्तरप्रदेश के रहने वाले है। आरोपियों से 45 हजार रुपए के दो जोड़ी नकली चांदी के जेवरात, 35 पायल व असली चंदा के जेवरात को बरामद कर सुरक्षित रखा गया है। पुलिस के अनुसार प्रार्थी प्रवीण तीनखेड़े ने जानकारी दी कि हलधर चौक स्थित ज्वेलर्स दुकान में 4 पुरुष और 2 महिला पहुंचे और हीरापुर का रहने वाले है कहकर बहन को गिफ्ट देने चांदी का सामान दिखाने कहा।
इस दौरान नकली चांदी के एवज में खरीदी कर धोखाधड़ी की गई। बालोद थाने में धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों से पूछताछ की गई। पूछताछ पर बताया गया कि सभी एक ही परिवार के सदस्य है। नकली चांदी का जेवर बेचकर ठगी करना स्वीकार किया। शहर सहित गांवों में नकली जेवरात कितने लोगों को बेचे है। इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।