जगदलपुर : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना जरूरतमंदों के लिए बनी संजीवनी

Update: 2022-03-25 02:32 GMT

जगदलपुर। राज्य शासन द्वारा शुरू की गई अत्यंत महात्वाकांक्षी एवं लोक कल्याणकारी मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना आदिवासी बाहुल्य बस्तर जिले के जरूरत मंद लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले गरीब जरूरतमंदों को उनके घरों एवं गांव के आसपास स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिलाने के उद्देश्य से शुरू की यह योजना बस्तर जिले के सुदूर वनांचल के दुर्गम एवं पहुंचविहीन क्षेत्रों के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की दृष्टि से वास्तव में एक क्रांतिकारी योजना साबित हो रही है। इस योजना के शुरू होने के पूर्व जिले के दरभा, तोकापाल, लोहण्डीगुड़ा, जगदलपुर आदि विकासखण्डों के बहुत बड़े क्षेत्रों में दुर्गम बसाहटों के कारण ग्रामीणों को बीमारियों से ग्रसित होने पर भी समय पर अस्पताल पहुंचकर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लेना लगभग असंभव होता था। लेकिन राज्य के संवदेनशील मुखिया श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा प्रारंभ की गई इस मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से आज इसकी भरपाई की जा रही है। आज इस योजना के सफलीभूत होने का परिणाम है कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के हाट बाजारों में लगने वाली क्लीनिकों में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ रही है। इस योजना का लाभ लेकर ग्रामीण इसे अपने लिए बहुत बड़ी सौगात बता रहे हैं।

वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बस्तर जिले के सभी सातों विकासखण्डों के कुल 52 हाट बाजारों में प्रति सप्ताह नियमित रूप से हाट बाजार संचालित की जा रही हैं। इन हाट बाजारों में विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं उनकी टीम के द्वारा सर्दी, खांसी, बुखार, नाक, कान, दर्द आदि बीमारियों के ईलाज के अलावा मलेरिया, मधुमेह, खुन की कमी, गर्भवती माताओं की जांच, चर्म रोग, टीबी, डायरियां डंेगू, एनीमिया सिकलसेल उक्त रक्तचाप आदि सभी प्रकार की बीमारियों की ईलाज की जा रही है। इसके अलावा इन हाट बाजार क्लीनिकों में ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों की जांच की सुविधा भी मिल रही है।

आज कोड़ेनार साप्ताहिक बाजार में अपने आंखों में दर्द और लालपन का उपचार कराने पहुंचे कोड़ेनार के बाकोपारा निवासी महारगुराम ने कहा कि बस्तर जैसे दुर्गम क्षेत्रों में हाट-बाजार क्लीनिक योजना बहुत ही प्रभावी योजना है। उन्होंने कहा कि बस्तर मंे हाट-बाजारों का विशेष महत्व है, क्योंकि क्षेत्र के सभी ग्रामीण अपनी दैनिक उपयोग के सामग्री के लिए हाट बाजारों पर निर्भर हैं। वे जब अपनी जरुरत के सामान खरीदने के लिए हाट बाजार जाते हैं, तब क्लीनिक में उपचार की सुविधा भी ले रहे हैं।

पुजारीपारा कोड़ेनार के महेन्द्र अपने सिरदर्द का उपचार कराने आज क्लीनिक पहुंचे। उन्होंने कहा कि यहां उपचार के उपरांत उन्हें दवाईयां दी गई हैं। उन्होंने कहा कि ये निश्चित तौर पर राहत की बात है कि आज साप्ताहिक बाजार में ही उन्हें उपचार की सुविधा मिल गई।

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