रायपुर। केंद्र सरकार ने IPS मुकेश गुप्ता को बड़ी राहत दी है। उनका निलंबन रद्द हो गया है। केंद्र सरकार ने IPS मुकेश गुप्ता का निलंबन रद्द कर दिया है। मुकेश गुप्ता पर नान घोेटोले में सूबत के साथ छेड़छाड़ का आरोप था। बता दें कि मुकेश गुप्ता मार्च 2019 से निलंबित चल रहे थे। वे इस महीने रिटायरमेंट हो रहे हैं। साथ ही केंद्र के इस फैसले से राज्य सरकार को बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
क्या है नान घोटाला
नागरिक आपूर्ति निगम राज्य भर में लाखों परिवारों को राशन बांटने का काम करता है. 12 फरवरी 2015 को ईओडब्लू ने नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के 28 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर करोड़ों रुपए बरामद किए थे. ईओडब्लू ने नागरिक आपूर्ति निगम पर राशन बांटने में फर्जीवाड़े का आरोप लगाए और शुरुआत में 27लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. आरोप है कि नागरिक आपूर्ति निगम (नान) ने छत्तीसगढ़ में राइस मिलों से लाखों क्विंटल घटिया चावल खरीदा और इसके बदले करोड़ों रुपए की रिश्वतखोरी की गई. साथ ही नागरिक आपूर्ति निगम पर राशन की ट्रांसपोर्टेशन में भी धांधली का आरोप लगाया गया.
नान घोटाले के वक्त ईओडब्लू (आर्थिक अपराध शाखा) के मुखिया रहे विशेष पुलिस महानिदेशक मुकेश गुप्ता पर आरोप लगा कि उन्होंने मामले की जांच के दौरान नेताओं- अफसरों के फोन टैप करवाए और झूठे दस्तावेज तैयार कर षड़यंत्र रचा. इसके बाद 2019 में मुकेश गुप्ता को निलंबित कर दिया गया था. नान घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी लगे और ई़डी ने मामले की जांच शुरू कर दी थी. ईडी ने मामले में कई जगह छापेमारी भी की थी.