ईडी के व्दारा मनी ट्रेल डायरी से खुलासा होते ही क्या बड़े नेता जाएंगे जेल ?
कोयला, शराब घोटाला, महादेव सट्टा में कई आरोपियों का नाम
महादेव सट्टा एप में भूपेश बघेल का नाम
ईडी के पास मौजूदा मनी ट्रेल डायरी बन गई लाल डायरी दशकों पुराना जैन हवाला कांड को भी पीछे कर दिया
ईडी के जद में कांग्रेस के कई बड़े नेता- बड़े अधिकारी
रायपुर (जसेरि)। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के तथाकथित नेताओं की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। ईडी के पास जो डायरी है वह कांग्रेस शासन काल में हुए मनी ट्रेल की कहानी बयां कर रही है। कांग्रेस के कोषाध्यक्ष राम गोपाल और टुटेजा से बरामद डायरी में वो पुर्ज़े और पन्ने में मनी ट्रेलर के पक्के सबूत ईडी के पास है । उक्त मनी ट्रेल के आधार पर ईडी बड़ी कार्रवाई कर सकती है । ग़ौरतलब है कि कोयला घोटाला शराब घोटाला महादेव सट्टा के मामले में भूपेश बघेल सहित और भी कई आरोपी है जिनके नाम भी सभी घोटालों में दर्ज है। जिसमें अधिकांश आरोपी आईएएस ऑफि़सर सहित जेल में बंद है और 2-तीन आरोपी विभिन्न अदालत से ज़मानत पर बाहर है। अब देखना है कि ईडी अपनी कार्रवाई तेज़ी से कर सभी घोटाले में जो नाम दर्ज लोगों को गिरफ़्तार कर सकती है। विश्वस्त जानकारी के अनुसार जल्द ही मनी ट्रेल की डायरी के आधार पर ताबड़तोड़ गिरफ़्तारी की कार्रवाई कर सकती है । सूत्रों के अनुसार मनी ट्रेल में देश के बड़े-बड़े नेताओं के अलावा प्रदेश के नामचीन नेताओं का नाम भी सामने आया है और बहुत जल्द ही मनी ट्रेल के अनुसार बड़ी कार्रवाई कर सकती है। डायरी पुर्जों के आधार पर ही जो नाम सामने आएंगे उनकी मुसीबतें आने वाले दिनों में बढऩे वाली है । जानकारी के अनुसार प्रति सप्ताह, प्रतिमाह विभिन्न मदों पैसा बड़े पैमाने हज़ारों करोड़ से ऊपर भ्रष्टाचार हुआ ऐसा उक्त डायरी में उल्लेख हैै । तत्कालीन कांग्रेस शासन के माध्यम से छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख ने बेतहाशा अपने बड़े नेताओं को प्रतिमाह मोटी रक़म को भेजी है जिसका उल्लेख उक्त डायरी में भी है । ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के बड़े नेताओं के अलावा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी का नाम भी मनी ट्रेल के उक्त पुर्ज़े में है।
कोयले, महादेव सट्टा, रेत खदानों, शराब, सीमेंट के साथ इस स्मार्ट सिटी की कोरोनॉकाल में एक वैक्सीन जिसकी ख़ूब कालाबाज़ारी की गई और इंजेक्शन जिसमें भारी पैसा कमाया गया इसके अलावा धान घोटाले में प्राप्त बड़ी रक़म प्रतिमाह बेतहाशा पैसा राइस मिलर्स से लिया गया है कस्टम लेवी प्रणाली में भी हजारों करोड़ का घोटाला किया गया। इसके अलावा हाउसिंग बोर्ड के सभी प्लान के पहले बड़े नेताओं ने अपने-अपने खातों में महत्वपूर्ण भूमि खऱीदी की। कुछेक बड़े नेताओं ने तो बड़ी ज़मीन खऱीदी कर हाउसिंग बोर्ड की आधी ज़मीन शासन से एक्वायर्ड कराया और बाद में बची हुई भूमि को बेतहाशा रेट बढ़ाकर बेचा गया और हाउसिंग बोर्ड के माध्यम से अनाप-शनाप बजट बनाकर जमीन बेचे गए जिसमें हज़ारों करोड़ों का वारा-न्यारा हो गया। ऐसे एक नहीं अनेक प्रकरण पक्के सबूत के आधार पर हंै। भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर ईडी आगे जाँच कर बड़ी कार्रवाई की ओर आगे बढ़ रही है जो बड़े नेताओं के गिरेबान तक ईडी हाथ पहुंचने वाला है। अब जनता अपेक्षा भी करती है कि ईडी ने जो कार्रवाई की है उसकी पूरी तरीके से ख़ुलासा करे और घपले घोटालों की पूरी जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए। ताकि भ्रष्ट शासन करने के नाम और घोटाले बाजों को संरक्षण देने वालों को चेहरे मुखौटे से बाहर जनता के सामने आ सके।