डूमरतराई में कारोबारी ने मीडिया को दिखाया राजनीतिक पहुंच का धौंस

Update: 2021-05-01 06:27 GMT

दिन में खुली थी थोक दुकान, हुआ सील

लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ा कारोबारियों ने

दोगुने-चौगुने दाम पर बेच रहे किराना सामान, कोरोनाकाल में दाल, तेल, चावल, शक्कर के दाम में 40-60 प्रतिशत बढ़ोत्तरी

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। शिकायत मिलने पर नगर निगम की टीम ने डूमरतराई थोक बाजार स्थित मंजूश्री ट्रेंडिंग की दुकान को सील किया है। मिली जानकारी के मुताबिक मंजूश्री ट्रेंडिंग संचालक लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर रहा था जिसकी सूचना जनता से रिश्ता ने पुलिस को दी। तत्काल नगर निगम के अधिकारी और माना पुलिस की टीम ने पहुंचकर दुकान को सील किया और नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई जोन क्रमांक 10 अधिकारी जितेंद्र कौशिक की उपस्थिति में की गई है। जनता से रिश्ता के संवाददाता ने पुलिस को डूमरतराई में कोरोना कानून का उल्लंघन कर दिन में माल लोडिंग -अनलोडिंग की जानकारी दी, जिसके बाद नगर निगम और थाने से पुलिस की टीम पहुंची और कार्रवाई की। मंजूश्री ट्रेंडिंग के संचालक ने जनता से रिश्ता के संवाददाता के साथ गाली-गलौज की। जिसकी लिखित शिकायत संवाददाता ने माना थाने में की है।

बेपरवाह लोग हरकतों से बाज नहीं आ रहे

राजधानी समेत पूरे प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है, वही बेपरवाह लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है, राजधानी के कई इलाके में दुकानदार लॉकडाउन का उल्लंघन कर बेहिचक सामान बेच रहे है और दुकान खोलकर बैठ गए है। जबकि कलेक्टर के आदेशानुसार होम डिलीवरी की अनुमति दी गई है।

थोक बाजार का ये हाल-

डूमरतराई थोक बाजार में लॉकडाउन के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है। कोरोना गाइडलाइन के अनुसार कलेक्टर द्वारा आदेश जारी किया गया कि थोक बाजारों के खुलने बन्द होने और सामान क्रय-विक्रय और माल लोडिंग अनलोडिंग का समय रात 11 बजे से 4 बजे तक का है लेकिन डूमरतराई थोक बाजार में ऐसा नहीं हो रहा बल्कि दोपहर 2 बजे से ही इस थोक बाजार में माल ट्रकों में लोड और अनलोड हो रहा है। शुक्रवार को डूमरतराई थोक बाजार में प्राची ट्रेडर्स, मंजुश्री ट्रेडिंग, पीयूष ट्रेडर्स और शिवम सेल्स की दुकानें खुली मिली। शिकायत मिलने पर पुलिस नाममात्र की कार्रवाई कर रही है। और मौके पर पहुंचकर साठगांठ कर वापस लौट जाती है। पुलिस कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। दुकानदार से जुर्माना वसूलती और ना ही सील करने की कार्रवाई करती है। जिला-प्रशासन की टीम भी शिकायत मिलने पर मौके पर पहुंची और समझाइश देकर लौट गई।

सख्त कार्रवाई की जरूरत

लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई के साथ भारी भरकम जुर्माना लगाना चाहिए। साथ ही दंड के रूप में दुकानों को एक महीने तक सील किया जाना चाहिए।

जनता से रिश्ता की खबर का असर-डूमरतराई में तोक बाजार दिन में खुलने और लोडिंग-अनलोडिंग करने की सूचना जनता से रिश्ता ने सबसे पहले जिला-प्रशासन व नगर निगम की टीम को दी। प्रशासनिक अमले ने तत्काल लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों के दुकानों को सील किया।

थोक बाजार के कारोबारी ऊंची पहुंच की देते है धौंस

ये सच है कि बिना राजनीतिक संरक्षण के कोई भी कारोबार नहीं फलता-फूलता। डूमरतराई में तो उल्टा ही चल रहा है यहां कारोबार कम नेतागिरी ज्यदा होती है। सारे कारोबारी किसी न किसी नेता के समर्थक है या अटैच है, जो पुलिस और नगर निगम अमले की कार्रवाई को अपने रसूख का उपयोग कर रोकने में सफल हो जाते है। जिसके कारण मीडिया के साथ पुलिस और नगर निगम की टीम को धौंस देने से भी कोई गुरेज नहीं करते।

मीडिया को सेट करने की कोशिश

मंजुश्री ट्रेडर्स के दुकान संचालक द्वारा मीडियाकर्मी को पैसों से खरीदने की कोशिश की गई। अब तो आलम ये है कि दुकान संचालक लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करें और अगर कोई मीडियाकर्मी उनका पर्दाफाश करता है तो उसके साथ मामले को डील करने के लिए पैसे ऑफर किये जाते है।

सरकार किसी भी पार्टी की हो कारोबारियों को फर्क नहीं पड़ता

डूमरतराई के कारोबारियों का अलग-अलग ग्रुप और अलग-अलग राजनीतिक दलों से जीवंत संपर्क होनेे के कारण वे सरकारी आदेश की धज्जियां उड़ाने से पीछे नहीं हटते। कोरोनाकाल में थोक कारोबारियों को रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक माल सप्लाई की सुविधा कलेक्टर ने दी है जिसका बेजा फायदा उठाते हुए सुबह 11 बजे से ही दुकान खोलकर माल सप्लाई का काम शुरू कर देते है। सरकारी नियम उल्लंघन करने बात पर कारोबारियों का एक सुर में कहना है कि सरकारी आदेश में दिन-रात से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। और किसी भी राजनीतिक दल की सरकार हो तो भी फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमारे नेता हर रोज मंत्रियों और बड़े अधिकारियों के बंगले जाकर व्यापारियों को रात में दुकान कोलने को लेकर हो रही कठिनाईयों से अवगत करा चुके है। इसलिए दिन में माल सप्लाई कर रहे है। प्रदेश में सरकार और पार्टी बदलने कोई फर्क नहीं पड़ता हमें तो अपना कारोबार करना ही पड़ता है। जनता को खुश करने के लिए सबको खुश करना पड़ता है।

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