आज रास्ता बना लिया है तो कल मंजिल भी मिल जायेगी...

Update: 2024-12-20 05:32 GMT

ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

प्रदेश में जब से नगरीय निकाय चुनाव कराने की बात चली तब से दोनों राजनीतिक पार्टियों में सक्रिय नेताओ्ं का मेला लगना शुरू हो गया है। प्रदेश में यदि हरियाली खुशहाली देखना है तो दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में छुटभैया नेताओ्ं का लगा मेला देख सकते है जहां कभी सूखा हुआ करता था वहां हरियाली लहलहा रही है। जनता में खुसुर -फुसुर है कि जब घुरवा का दिन पलट सकता है तो आदमी का दिन क्य़ों नहीं पलट सकता है। कल तक जो झंड़ा उठा कर अपने नेता को जीताते थे वो आज टिकट मांगने अपने नेताओ्ं के बंगले और कार्यालयों में मेला लगा रहे है तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस और भाजपा के नए फार्मूले में फीट होने के लिए तैयारी करना कोई गुनाह नहीं है। पार्षद और महापौर बनने के तमन्ना हर युवा नेता में होती है। यदि इस बार किस्मत ने साथ दिया तो एक दिन महापौर और पार्षद बनकर जनता में सेवा करूंगा, बस हमारे नेता ही कृपा मिल जाए तो बल्ले -बल्ले । पांच साल तक मेरे घर पर मेला लगा रहेगा। मेला तभी लगेगा जब जनता की सेवा करना पड़ेगा। उनका दुख-दर्द हरना पड़ेगा। लेकिन कल आरक्षण ने कई लोगों को घर बदलने को मजबूर कर दिया है। महापौर, उपनेता प्रतिपक्ष सहित कई दिग्गज पार्षदों को वार्ड बदलना होगा। अगर काम अच्छा किए होंगे तो दूसरे वार्ड के लोग भी सर आंखों पर बिठाएंगे वरना घर बैठना तो तय है। इसी बात पर किसी ने ठीक ही कहा है आज रास्ता बना लिया है तो कल मंजिल भी मिल जायेगी, हौसलों से भरी यह कोशिश जरूर रंग लाएगी।

वाह ...साय साहब कमाल कर दिए...

जशपुर जिले में स्थित मधेश्वर पहाड़ को शिवलिंग की विश्व की सबसे बड़ी प्राकृतिक प्रतिकृति के रूप में मान्यता मिली है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिला है। रिकॉर्ड बुक में ’लार्जेस्ट नेचुरल फैक्सिमिली ऑफ शिवलिंग’ के रूप में मधेश्वर पहाड़ को दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए इसे प्रदेश के पर्यटन की उपलब्धियों में एक नया आयाम बताया। जनता में खुसुर-फुसुर है कि आजकल पूरे विश्व के रिकार्ड दर्ज करने वालों की नजर जय़पुर और बगिचा की ओर टिकी हुई है। सीएम साय के एक साल के कार्यकाल में प्रदेश को कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के साथ और अब अंतर्राष्ट्रीय रिकार्ड बनने लगे है। लगता है पांच साल आते तक रिकार्डों का पहाड़ बन जाएगा। वाह साय साहब आपने पहाड़ को भी शिवलिंग की प्रतिकृति को अंतर्राष्टीय ख्याति दिलाकर खूबसूरत पर्यटन को विश्व के नक्शे में स्थान दिला दिया।

रामलला के दर्शन में विष्णु लीला ...

बड़े सौभाग्यशाली है छत्तीसगढ़ के लोग जो सरकारी खर्च पर अयोध्या में रामलाला के दर्शन करने का अवसर मिल रहा है। रामलला के दर्शन कर लौटे द्वारिका पटेल ने कहा कि कभी सोचा भी नहीं था कि उन्हें भी मुफ्त में तीर्थ यात्रा का मौका मिलेगा। उनकी पत्नी रामाबाई को भी कभी लगता नहीं था कि वह अपने पति के साथ रामलला का दर्शन करने अयोध्या जा पाएगी या नहीं । जब से अयोध्या में मंदिर बना और रामलला विराजमान हुए तब से रामाबाई की इच्छा थी कि वह भी भगवान राम का दर्शन करें। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा तीर्थ यात्रियों का चयन किए जाने के लिए आवेदन मंगाए जाने पर पटेल दम्पति ने आवेदन जमा किया और ये भाग्यशाली रहे कि लॉटरी में भी दोनों का नाम निकल आया। अयोध्या से रामलला का दर्शन करने के बाद खुद को धन्य समझने वाले पटेल दम्पति ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित छत्तीसगढ़ की सरकार को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया। जनता में खुसुर-फुसुर है कि सरकार अच्छा काम कर रही है बस धान खरीदी की रफ्तार बढ़ा दे औऱ टोकन एक बार फिर से जारी करवा दे तो सोने में सुहागा हो जाएगा।

विष्णु पर बरस रही महतारियों की कृपा ..

विष्णु देव साय सरकार के कार्यकाल को एक साल पूरे हो गए। मोदी जी की गारंटियों को पूरा करने का काम छत्तीसगढ़ की सरकार ने अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा और अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। महतारी वन्दन योजना से लाभांवित महतारियों की कृपा बरस रही है। महिलाएं घर से लेकर खेत खलिहान तक विष्णु को आशीर्वाद देते नहीं थक रहे है। महतारी वन्दन योजना से महिलाएं सशक्त और आत्मनिर्भर हो रही हैं। सरकार हर माह महिलाओं के खाते में एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता कर उनके जीवन को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस योजना के लाभ से उपकृत लाखों महिलाएं प्रसन्नता कर सरकार का आभार प्रकट किया। जनता में खुसुर-फुसुर है कि महतारी वंदन योजना तो बहुत ही सराहनीय है, सरकार को अब ददा वंदन पर भी कुछ विचार करनी चाहिए ताकि हमारा भी बुढ़ापा संवर जाएं। क्योंकि आने वाले चार साल बाद जैसे ही चुनाव की घोषणा होगी सभी राजनीतिक दलों को ददा के पास जाना होगा । हाय ददा, बाय ददा करना ही होगा। यदि ददाओं ने बाय कर दिया तो बाय हो जाएगा।

शिव की कृपा महादेव प्रमोटर पर ...

महादेव सट्टा एप के मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जो वीडियो वायरल हो रहे हैं वो दो अलग-अलग है. एक वीडियो में देश के मशहूर कथावाचक के साथ दिख रहे हैं। इस दौरान सौरभ चंद्राकर महाराज का स्वागत करता दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरे वीडियो में प्रदीप महाराज के कथा को संस्कारी बालक की तरह सौरभ चंद्राकर सुनता हुआ दिखाई दे रहा है,अगर जांच एजेंसियों ने सौरभ चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया है तो वह ऐसे खुले में कैसे घूमते नजर आ रहा है? जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये सब महादेव की कृपा है। जो गिरफ्तार होने के बाद में पंड़ाल में शिवपुराण सुनते नजर आ रहे है। लगता है सौरभ चंद्राकर पर महादेव में कृपा बरसा दी है। तभी तो पुलिस की गिरफ्तारी के बाद महादेव के करीब पहुंच गए है।

बिलासपुर में नहीं मिला कोई यात्री

रायपुर-बिलासपुर-अंबिकापुर हवाई सुविधा एक दिन में टाय टाय फिस्स का नजारा देखने के मिला । बिलासपुर से रायपुर के लिए हवाई जहाज को उड़ान भरने तक एक भी पेसेंजर नहीं मिला। जबिक सीएम साय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते है कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की सवारी करे और आज वह सपना साकार तो हुआ पर एक दिन ही चल पाया। । सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों की एयर कनेक्टिविटी से न केवल नागरिकों को सुविधाएं मिल रहा है बल्कि इन क्षेत्रों में टूरिज्म और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि हो ने की संभावना जताई थी। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये उड़ान अधिकारियों का फितूर है जो अपनी सुविधा के लिए सरकार और एविएशन विभाग को ज्ञान दे दिया कि 999 में हवाई यात्रा शुरू करेंगे तो पर्यटन के साथ आम लोगों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। शुक्रवार को बिलासपुर एयरपोर्ट में एक भी सवारी नहीं मिलने से यह साबित हो गया कि यह योजना आधी अधूरी थी जो समय से पहले शुरू कर दी गई जो जनता को स्वीकार्य नहीं हो पाई ।

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