भिलाई। दुर्ग पुलिस ने 30 साल से भिलाई स्टील प्लांट में फर्जी मार्कशीट के आधार पर नौकरी करने के आरोप में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसने BSP में नौकरी पाने के लिए फर्जी अंकसूची के साथ साथ फर्जी अनुकंपा नियुक्ति का दस्तावेज तैयार किया और नौकरी पा ली। भट्ठी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक फर्जी दस्तावेज तैयार कर भिलाई इस्पात संयंत्र में नौकरी करने वाले नटवरलाल की पहचान किशन लाल (59 वर्ष) के रूप में हुई है। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके खिलाफ धारा 420,467, 468, 471 के तहत अपराध दर्ज किया है।
भट्ठी टीआई विपिन रंगारी ने बताया कि गुंडरदेही बालोद निवासी मंथीर राम टंडन ने पिछले साल SP कार्यालय में शिकायत की थी कि उसके पिता लैनू राम टंडन BSP के कोक ओवन विभाग में सीनियर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत थे। वर्ष 1990 पिता मेडिकल अनफिट हो गए। इसके चलते छोटे भाई किशन लाल ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन किया था। उस दौरान उसने 10वीं पास का सार्टिफिकेट लगाया था, जबकि उनका भाई 10वीं की परीक्षा में फेल हो गया।
BSP में नौकरी पाने के लिए किशन ने फर्जी 10वीं पास की मार्कशीट और अनुकंपा नियुक्ति के दस्तावेज तैयार किए। इसके आधार पर उसने BSP में नियमित कर्मचारी के रूप में एमएम सिविल मेंटनेंस डिपार्टमेंट सेक्टर 9 में अटेंडेंट सिविल के पद पर नियुक्ति पा ली। टीआई रंगारी ने बताया कि शिकायत के बाद पूरे मामले की जांच शुरू की गई। BSP से दस्तावेज मांगे गए तो पता चला कि किशन लाल ने वर्ष 1993 में एनएमआर की श्रेणी में अनुकंपा नियुक्ति के समय जो दस्तावेज अपनी शैक्षणिक योग्यता के संबंध में जमा किया था। वह फर्जी दस्तावेज थे। इस आधार पर भट्ठी पुलिस ने आरोपी किशन लाल निवासी ग्राम-पुरई उतई निवासी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।