लगातार समीक्षा के बाद गोधन न्याय योजना की प्रगति में आई तेजी

छग

Update: 2023-02-23 12:50 GMT
कवर्धा। कलेक्टर जनमेजय महोबे के लगातार समीक्षा और सख्त निर्देश के बाद गोधन न्याय योजना की प्रगति में तेजी आई है। पिछले बैठक के दौरान कलेक्टर महोबे ने कम कन्वर्जन वाले गौठानों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद कन्वर्जन प्रतिशत में तेजी आई है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के अंतर्गत जिले के शहरी एवं ग्रामीण गौठानो की विकासखंडवार गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर आधारित गोधन न्याय योजना राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। कबीरधाम जिले में इस योजना को और बेहतर क्रियान्वयन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। पिछले दिनों की तुलना में कन्वर्जन प्रतिशत में वृद्धि हुई है इसमें और प्रगति लाने की जरूरत है। कलेक्टर ने गौठानो में नियमित रूप से गोबर खरीदी, क्रय गोबर का टैंक में भराव सुनिश्चित करने तथा वर्मी टांको में नंबरिंग कर नियम अनुसार खाद निर्माण कर विक्रय करने निर्देशित किया। उन्होंने गौठान से जुड़े अमलो को ओनरशिप लेते हुए योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सभी आरईओ और सचिव की जिम्मेदारी है कि निर्धारित समय में वर्मी कंपोस्ट का निर्माण करे।
कलेक्टर महोबे ने कहा कि खरीफ सीजन में किसानों को बड़ी मात्रा में वार्मी कंपोस्ट की जरूरत होती है। जिले में किसानों को कितना वर्मी कम्पोस्ट की जरूरत है। उन्होंने निर्धारित मापदंड निकालने के निर्देश उप संचालक कृषि को दिए। जिसके आधार पर पर्याप्त मात्रा में वार्मी कंपोस्ट का निर्माण किया जा सके। जिन स्थानों पर वर्मी कंपोस्ट तैयार हो गया है उसे सुरक्षित रखे। कलेक्टर महोबे ने कहा कि गोबर के खरीदी के बाद उसका सुरक्षित रख रखाव, गोबर का वर्मी कपोस्ट में कन्वर्जन और उसके विक्रय की जिम्मेदारी सभी अधिकारी-कर्मचारियों की है। अपना कार्य पूरी इमानदारी और गंभीरता से करें। जिस अधिकारी-कर्मचारियों का फिल्ड में काम कमजोर दिखाई देगा उन अधिकारी-कर्मचारियों के उपर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर महोबे ने कहा कि गौठानों में वार्मी कम्पोस्ट निर्माण के अलावा अन्य गतिविधियां भी प्रारंभ करे। जिससे समूह की महिलाएं गौठान के प्रति आकर्षित होंगे और अधिक आमदनी भी प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और स्थानीय लोगों को रोजगार देने रीपा की स्थापना की जा रही है। जहां के लिए समूहों का सही चयन करें। इसके बाद उन्हें प्रशिक्षण के साथ ओनरशिप लेते हुए काम करने के लिए प्रेरित करें। साथ ही उसके लिए बाजार की उपलब्धता रहे। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत संदीप कुमार अग्रवाल, सहायक संचालक कृषि राकेश शर्मा, नगर पालिका सीएमओ, सभी जनपद सीईओ तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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