गरियाबंद। कलेक्टर प्रभात मलिक ने आज सवेरे 8 बजे संयुक्त जिला कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। मलिक ने सभी अधिकारी और कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर जे.आर. चौरसिया, एसडीएम विश्वदीप, संयुक्त कलेक्टर ऋषा ठाकुर, पूजा बंसल सहित सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
वही जिला मुख्यालय गरियाबंद के पुलिस परेड ग्राउंड में भारी बारिश के बीच स्वतंत्रता दिवस का 75वां वर्षगांठ गरिमामय माहौल में मनाया गया। छत्तीसगढ़ शासन के संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय ने मुख्य समारोह में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। मंच पर कलेक्टर प्रभात मलिक एवं पुलिस अधीक्षक जे.आर. ठाकुर उपस्थित थे। तिरंगा फहराने के बाद सभी उपस्थित नागरिकों ने राष्ट्रगान गाया। समारोह के मुख्य अतिथि उपाध्याय ने जनता के नाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संदेश का वाचन किया। मुख्य अतिथि ने खुशहाली के प्रतीक गुब्बारे को आसमान में छोड़ा। इस दौरान लगातार बारिश से भी लोगों के उत्साह में कमी नहीं दिखाई दी। समारोह में परेड कमाण्डर रक्षित निरीक्षक उमेश कुमार राय के निर्देशन में मुख्य अतिथि को सलामी दी गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने शहीद परिवार के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें साल और श्रीफल देकर सम्मानित किया।
पुरस्कार वितरण अंतर्गत रक्षित निरीक्षक श्री उमेश कुमार राय व उप निरीक्षक नवीन राजपूत को प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड प्रदान किया गया। मार्च पास्ट प्रोफेशनल वर्ग में प्रथम स्थान पर जिला पुलिस बल पुरूष, द्वितीय स्थान पर जिला पुलिस बल ई-30, तृतीय स्थान पर जिला पुलिस बल 16वीं वाहिनी को मिला। मार्चपास्ट नान प्रोफेशनल वर्ग में प्रथम स्थान एन.सी.सी. महिला, द्वितीय स्थान पर स्काउड गाईड महिला, तृतीय स्थान पर एनसीसी पुरूष को प्राप्त हुआ। इसके अलावा 10 प्लाटून कामाण्डर को प्रशस्ति पत्र वितरण किया गया। राज्य के महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना अंतर्गत गौठानों में स्वसहायता समूहों द्वारा निर्धारित मापदण्ड अनुसार उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिले के तीन गौठानों को पुरस्कृत किया गया, जिसमें प्रथम स्थान पर हमर गौठान फुलकर्रा, द्वितीय स्थान पर हमर गौठान छुरा एवं तृतीय स्थान पर हमर गौठान कुड़ेरादादर को प्राप्त हुआ। प्रथम स्थान प्राप्त होने वाले गौठान को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह एवं 25 हजार रूपये का चेक प्रदान किया गया। जबकि द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले गौठानों को शॉल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।