आरटीपीसीआर से लेकर एंटीजन किट तक का संकट बढ़ा, जांच रिपोर्ट आने में एक हफ्ते तक करना पड़ रहा इंतज़ार

Update: 2021-04-13 05:55 GMT

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रायपुर। राजधानी ही नहीं, प्रदेश में आरटीपीसीआर से लेकर एंटीजन किट तक का संकट बढ़ने लगा है और जांच रिपोर्ट एक-एक हफ्ते में आने की शिकायतें आ रही हैं। शिकायतों की पड़ताल में भास्कर को किट सप्लाई करनेवाली कुछ एजेंसियों ने बताया कि एंटीजन टेस्ट किट के लिए करीब साढ़े 3 करोड़ रुपए और आरटीपीसीआर किट के लिए करीब 10 करोड़ रुपए का भुगतान बकाया है।

इस वजह से छत्तीसगढ़ दवा कार्पोरेशन को अल्टीमेटम दे दिया गया है कि भुगतान नहीं होने पर सप्लाई रोक दी जाएगी। इधर, सरकारी सिस्टम में जांच किट सप्लाई करने वाले कार्पोरेशन ने दावा किया कि उनके पास 10 लाख से अधिक किट का स्टॉक है। इसलिए संकट जैसी कोई स्थिति नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में पूरे कोरोना काल के दौरान सीजीएमएससी के टेंडर के जरिए चार से पांच मुख्य एजेंसियां ही टेस्ट किट की सप्लाई करती आ रही है। इनमें से दो एजेंसियां छत्तीसगढ़ की है जबकि अन्य तीन एजेंसियां मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद की है।
सप्लाई करने वाली एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर भास्कर को बताया कि इस साल कोरोना के केस बढ़ने के बाद मार्च में सीजीएमएससी ने टेस्ट किट की सप्लाई का नया टेंडर जारी किया था, जिसके भुगतान के करीब 14 करोड़ रुपए अब भी बकाया है। इस वजह से एजेंसियां खुद अार्थिक संकट में अा गई हैं और दवा कार्पोरेशन को भुगतान के लिए अल्टीमेटम दिया गया है। उधर सीजीएमएससी का दावा है कि टेस्ट किट की डिमांड भले ही बढ़ रही है। लेकिन किल्लत या कमी जैसी कोई बात नहीं है क्योंकि उसके पास हाल में 4 लाख एंटीजन टेस्ट किट आई हैं।
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