रायपुर। धोखाधड़ी के तीन अलग अलग मामलों में प्रार्थियों ने 41 लाख रुपए से अधिक गवाएं। एक मामले में तो पेमेंट मांगने पर धमकी भी दी जा रही है। पुलिस मामले दर्ज कर साइबर सेल की मदद से ठगों की पतासाजी शुरू कर दी है। पहला मामला सरस्वती नगर थाने का है। पुलिस के मुताबिक अनुव्रत विहार कोटा निवासी बद्री प्रसाद गुप्ता (39) से सिद्दीक करंगादन,साहुल साजिद ने बीते 12 से 15 मई के बीच जीआई और एमएस पाइप खरीदा। सिद्दीक व साहुल ईज़ान ट्रेडर्स और बद्री कन्हैयालाल एंड संस कि संचालक है। सिद्दीक ने 32.24 लाख के पाइप खरीदे और 31 जुलाई तक भुगतान नहीं किया। बद्री के मांगने पर दोनों उसे धमकी दे रहे हैं। बद्री ने सोमवार रात थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 409, 420, 506,34 का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी पकड़ से बाहर हैं।
420 का दूसरा मामला टिकरापारा थाने में दर्ज किया गया। इलाके के रावतपुरा कालोनी निवासी अशोक देवांगन (40) और साथी टकेश्वर साहू ने फरवरी-22 में श्रवण कन्नौजिया से संपर्क किया । वे दोनों पटवारी और फूड इंस्पेक्टर की नौकरी चाहते थे। नौकरी लगाने श्रवण ने खर्च के नाम पर दोनों से 6 लाख रूपए लिए। और अब तक नौकरी नहीं लगी। रकम वापस मांगने पर श्रवण चक्कर लगवा रहा है । इससे परेशान सारा गांव नेवरा तिल्दा निवासी अशोक ने कल थाने में 420 का अपराध दर्ज कराया।
तेलीबांधा पुलिस के मुताबिक तीसरा मामला खातेदार को बिना बताए एकाउंट से विथड्राल का है । पुलिस के अनुसार तेलीबांधा गली -7 निवासी अशोक सचदेव (61) इसका शिकार हुआ है। उनका पंजाब नेशनल बैंक नें खाता है । इसमें से 6 से 10 अप्रैल के बीच सात बार में अशोक की जानकारी के बिना 1.99,976 रूपए आईडीएफसी फास्ट बैंक के एकाउंट होल्डर ने निकाल लिए। इस एकाउंट का नंबर 10127281960 बताया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर सेल की मदद से पतासाजी शुरू कर दी है।