चेम्बर ऑफ कॉमर्स की बैठक में पूर्व उपाध्यक्ष राजेश वासवानी से दुर्व्यवहार, धक्का देकर बाहर निकाला

Update: 2021-07-31 11:05 GMT

जनता से रिश्ता ने पहले से ही आशंका जताई थी, कि छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स के नवनिर्वाचित अध्यक्ष हिटलर शाही रवैया अपनायेंगे। वही चुनाव के समय से ही लगातार विवाद की घटना सामने आ रही है. और जनता से रिश्ता ने अपने अख़बार में पहले ही प्रकाशित किया था कि चेंबर चुनाव में दादागिरी और मसल पावर करने वाले गुंडा तत्व को चुनाव में शामिल किया जा रहा है. जो व्यापारियों के हित में नहीं है. लगातार हमारे खबर की पुष्टि होती जा रही है. चेंबर के कई मेंबर और पदाधिकारी चुनाव इसलिए लड़ रहे है, कि अपने दो  नंबर के धंधे और गुंडा तत्व को बचाने एवं पुलिस में अपनी पैट बनाने के लिए चेंबर पदाधिकारी का चुनाव लड़े है ना कि व्यापारी के हित के लिए लड़ा गया. विगत दो दिन माह से चुनाव के उपरांत चैंबर के कुछ पदाधिकारी द्वारा अशोभनीय व्यवहार किया जा रहा है., इससे हमारे खबरों की पुष्टि हो रही है. जिसे हमने सर्व प्रथम चुनाव चलते प्रकाशित किया था.  

राजेश वासवानी का कहना है, कि वे चैम्बर के पुराने पदाधिकारी और सदस्य होने के कारण मीटिंग में गए थे. और उन्हें चैम्बर द्वारा फोन कर बुलाया गया था. बैठक में बुलाकर दुर्व्यवहार करना घोर निंदनीय है. मोबाइल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष है. 

रायपुर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स की बैठक में शनिवार को मारपीट की नौबत आ गई। बैठक में पूर्व उपाध्यक्ष राजेश वासवानी के सुझाव से असहमत पदाधिकारियों ने न सिर्फ उनका माइक छीन लिया, बल्कि धक्का देकर बैठक स्थल से बाहर कर दिया। इस घटना की तीखी प्रतिक्रिया हो रही है, और विवाद बढऩे के आसार हैं। चेम्बर पदाधिकारियों के दुर्व्यवहार से आहत राजेश वासवानी ने घटना की जानकारी सीनियर व्यापारी नेताओं को दी है, और वे पुलिस में भी इसकी रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं। चेम्बर की विस्तारित कार्यकारिणी की चेम्बर भवन में पहली बैठक थी। बैठक में पूर्व उपाध्यक्ष राजेश वासवानी, पूर्व महामंत्री लालचंद गुलवानी, और प्रकाश लालवानी को भी आमंत्रित किया गया था।

बैठक में वासवानी ने अपनी तरफ से कुछ सुझाव देने की अनुमति मांगी। उन्हें कुछ देर बाद मंच पर आमंत्रित किया गया। वासवानी ने चेम्बर की कार्यकारिणी के गठन पर सवाल उठाए, और कहा कि इसको ठीक करने की जरूरत है। यह चेम्बर के संविधान के खिलाफ है। वासवानी के इतना कहते ही चेम्बर के पदाधिकारी भड़क गए, और उनका माइक छिन लिया। धक्का देकर गाली-गलौज कर मंच से नीचे उतार दिया गया। इसके बाद उन्हें बैठक स्थल से बाहर कर दिया गया। वासवानी ने कहा कि खुद चेम्बर के पदाधिकारियों ने उन्हें बैठक में आमंत्रित किया था। एक जिम्मेदार सदस्य के नाते चेम्बर की कार्यप्रणाली को बेहतर करने के लिए सुझाव देना उनका दायित्व भी था। मगर ऐसा नहीं होने दिया गया। खुद चेम्बर अध्यक्ष अमर पारवानी ने उन्हें मंच से नीचे उतर जाने कहा। वासवानी ने कहा कि चेम्बर के इतिहास में कभी इस तरह की घटना नहीं हुई है। वे किसी तरह जान बचाकर निकले हैं। वे इस घटना से काफी दुखी हैं, और उन पर पुलिस में शिकायत करने के लिए काफी दबाव भी है। वे सीनियर नेताओं से चर्चा करने के बाद इस पर निर्णय लेंगे।

दूसरी तरफ, चेम्बर के महामंत्री अजय भसीन से इस मसले पर चर्चा की कोशिश की गई। किन्तु उनसे संपर्क नहीं हो पाया। चेम्बर के सलाहकार दीपक बल्लेवार ने भी घटना पर अनभिज्ञता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि वे बैठक में नहीं जा पाए, लेकिन कुछ विवाद होने की सूचना जरूर मिली है। वो मामले की जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं। बहरहाल, पूर्व पदाधिकारी के साथ दुर्व्यवहार का मामला आने वाले दिनों में गरमा सकता है।






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